बिहार की प्रमुख नदियों का जलस्तर में सोमवार भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है. इसमें गंगा, गंडक, सोन, पुनपुन , बूढ़ीगंडक और कोसी नदी राज्य के कई स्थलों पर खतरों के निशान से ऊपर बह रही है. बिहार के सभी स्थानों पर गंगा का जल स्तर सोमवार को सुबह छह बजे खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ था.
गंगा बक्सर में 27 सेमी, दीघाघाट में 39 सेमी, गांधीघाट में 94 सेमी, हाथीदह में 84 सेमी, मुंगेर में 31 तो कहलगांव में 67 और साहेबगंज में 57 सेमी खतरे के ऊपर बह रही थी. इधर मनेर में सोन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 33 सेमी ऊपर था तो पुनपुन का जलस्तर 25 सेमी ऊपर था. खगड़िया में बूढ़ी गंडक का जलस्तर 108 सेमी ऊपर तक पहुंचा था तो खगड़िया में कोसी का जलस्तर 102 सेमी ऊपर था.
इधर, बक्सर जिले के नागपुर गांव के किसानों का खेत सोमवार को बाढ़ के पानी से पूरी तरह डूब गया है. जिले के के कई गांव से होकर गुजरने वाली धर्मावती नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है. जिसका पानी कर्मनाशा नदी में बहाव कम होने से पानी का दबाव काफी बढ़ गया है. इसके वजह से नागपुर गांव के पश्चिम में नदी किनारे लगे 30 एकड़ क्षेत्र में धान का फसल पूरी तरह से डूब गया है.
वहीं गंगा के बढ़ते जल स्तर को लेकर इसकी सहायक नदी ठोरा का भी जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. इस कारण इटाढ़ी प्रखंड मुख्यालय से कई गांवों का संपर्क टूट गया है. लगातार बढ़ते जल स्तर से ठोरा नदी के पानी से इटाढ़ी, अतरौना, सिकटौना, शाहीपुर, भितिहरा, मंगोलपुर समेत कई गांवों की सड़कें डूब गयी हैं, जबकि खतिबा गांव पानी से चारों तरफ से घिर गया है.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra