आत्मनिर्भर बनेंगी बिहार के बालिका गृह की बालिकाएं, होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराकर जीवन को नयी दिशा दे रही सरकार

बिहार में बालिका गृह की बालिकाएं अब आत्मनिर्भर बनेंगी.सरकार उनके उज्जवल भविष्य के लिए तैयारी में लगी है. समाज कल्याण विभाग बालिका गृह की बालिकाओं के करियर को मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत है. यहां की बालिकाएं भी अब होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर जीवन की नयी उंचाईयां छूएंगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को इसे लेकर विज्ञप्ति जारी की गई है और बताया गया है कि यहां की 14 लड़कियों के लिए ये पहल अभी की गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2021 3:27 PM

बिहार में बालिका गृह की बालिकाएं अब आत्मनिर्भर बनेंगी.सरकार उनके उज्जवल भविष्य के लिए तैयारी में लगी है. समाज कल्याण विभाग बालिका गृह की बालिकाओं के करियर को मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत है. यहां की बालिकाएं भी अब होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर जीवन की नयी उंचाईयां छूएंगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को इसे लेकर विज्ञप्ति जारी की गई है और बताया गया है कि यहां की 14 लड़कियों के लिए ये पहल अभी की गई है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया है कि विभाग के अधिकारी युनिसेफ के सहयोग से बेंगलुरू में किशोर न्याय पर आयोजित एक ट्रेनिंग में 2019 में भेजे गए थे. यहां उन्हें अन्य राज्यों की उन बालिकाओं से मिलने का मौका मिला जो यहां होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रही थीं. यही वो मौका था जब बिहार के अधिकारियों के दिमाग में यह ख्याल आया कि बिहार के बालिका गृह की बालिकाओं को भी यह कोर्स कराकर उनका भविष्य संवारा जा सकता है.

समाज कल्याण विभाग ने राज्य के बालिका गृह की बालिकाओं को इस कोर्स से जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी. इसके लिए विभाग के सामने कई चैलेंज भी आए. सबसे बड़ी चुनौती इन बालिकाओं की वर्तमान शैक्षणिक योग्यताएं थी. इस कोर्स में दाखिला के लिए जो योग्यता आवश्यक होती है, वो बालिका गृह के बालिकाओं के पास नहीं थी. जिसके बाद समाज कल्याण विभाग ने होटल मैनेजमेंट कॉलेज प्रशासन से कुछ समाधान निकालने का निवेदन किया.

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शैक्षणिक योग्यता और प्रमाण पत्र की समस्या भी इन बालिकाओं के भविष्य का सुनहरा रास्ता नहीं रोक सके. दाखिले के लिए पर्याप्त डिग्री ना होने पर समाज कल्याण विभाग के अनुरोध को मानते हुए कॉलेज ने दाखिले की अहर्ता कम कर दी. जिसके बाद समाज कल्याण विभाग ने बालिका गृह के बालिकाओं को इस कोर्स के फायदे बताकर उन्हें जागरुक करना शुरू कर दिया. लेकिन लॉकडाउन लागू हो जाने के कारण ये तब ऑनलाइन शुरु कर दिया गया था. 14 बालिकाएं फ्लाइट से बेंगलूर पहुंचाया गया था और इस तरह अन्य बालिकाओं के लिए भी ये अवसर सामने आए.

By: Thakur Shaktilochan

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