Bihar News:जनता दरबार में फूट-फूटकर रोयीं बीजेपी महिला मोर्चा उपाध्यक्ष, बेटी के लिए चार साल से मांग रही न्याय

बिहार में न्याय के लिए आम लोग ही नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के पदाधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं. दर-दर की ठोकर खाने की ये कहानी किसी और की नहीं बल्कि भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष की है. जो सत्ताधारी दल के मंत्री के जनता दरबार में ही फूट-फूटकर रोती दिखीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 3:45 PM

बिहार में न्याय के लिए आम लोग ही नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के पदाधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं. दर-दर की ठोकर खाने की ये कहानी किसी और की नहीं बल्कि भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष की है. जो सत्ताधारी दल के मंत्री के जनता दरबार में ही फूट-फूटकर रोती दिखीं. अपनी मृत बेटी का जिक्र कर वो न्याय नहीं मिलने का आरोप लगाती दिखीं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार सरकार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार जनता दरबार में शिकायतकर्ताओं की समस्या सुन रहे थे और उसका निपटारा कर रहे थे. इसी क्रम में उनके पास भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा भी फरियादी बनकर पहुंचीं. उन्होंने बताया कि वो अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने आयी हैं. बताया कि वो इंसाफ के लिए लंबे समय से भटक रही हैं. लेकिन पुलिस उनकी एक नहीं सुनती.

विनीता मिश्रा ने बिहार पुलिस के रवैये से अपनी नाराजगी जताई. भावुक होते हुए उन्होंने बताया कि उनकी बेटी श्रद्धा मिश्रा की जिंदगी विवाह के बाद नर्क बन गयी. दो साल के बाद ही उनकी बेटी श्रद्धा मिश्रा की मौत हो गयी.

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उन्होंने बताया कि 2016 में केस किया गया. लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. वो (आरोपित) अग्रिम जमानत लेकर घुम रहे हैं. एक साल बाद उन लोगों ने हमपर ही केस कर दिया. हमारे लिए वारंट भी निकल गया और अंतत: जमानत भी हमें लेना ही पड़ा. लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. 4 सालों से मैं भटक रही हूं.

विनीता मिश्रा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि पुलिस ने चार साल में अब जाकर चार्जशीट दायर की है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर तीन बार मुख्यमंत्री को भी मेल कर चुकी हैं. वहां से आश्वासन मिला कि डीजीपी को मामले से अवगत करा दिया गया है. लेकिन इससे कुछ नहीं हुआ. तत्कालीन डिप्टी सीएम सुशील मोदी से मुलाकात करके भी मामले में मदद की गुहार लगायी गयी थी लेकिन इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ. डीजीपी, डीआईजी, एसपी सबने फरियाद सुनकर आश्वासन दिया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.

शिकायतकर्ता बनकर आयी भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि आरोपितों की पकड़ भी अच्छी है. इसका फायदा उन्हें मिलता है. वहीं उन्होंने कहा कि हमारे फरियाद पर विधि मंत्री ने कहा है कि इस मामले की जांच करायी जाएगी. और जिस अधिकारी के कारण जांच में लापरवाही हुई है उसपर कार्रवाई की जाएगी.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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