बिहार : कल से 11वीं में एडमिशन की प्रक्रिया होगी शुरू, 12 लाख से अधिक सीटों पर होगा दाखिला
Bihar Board बिहार के सभी प्लस टू स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में 11वीं में एडमिशन प्रक्रिया आठ जुलाई से शुरू हो जायेगी. मैट्रिक 2020 में कुल 4,03,392 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 5,24,217 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 2,75,402 विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं.
पटना : बिहार के सभी प्लस टू स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में 11वीं में एडमिशन प्रक्रिया आठ जुलाई से शुरू हो जायेगी. मैट्रिक 2020 में कुल 4,03,392 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 5,24,217 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 2,75,402 विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं. इसमें से फर्स्ट और सेकेंड वाले अधिकांश स्टूडेंट्स साइंस लेकर आगे की पढ़ाई करना चाह रहे हैं, जबकि बिहार के 3417 प्लस टू स्कूलों और कॉलेजों में करीब 12 लाख से अधिक सीटों पर एडमिशन होना है. इसमें आर्ट्स की अपेक्षा साइंस में सीटों की संख्या कम है. सभी कॉलेजों को मिला कर आर्ट्स में सीटों की संख्या करीब छह लाख है. वहीं, साइंस में सीटों की संख्या पांच लाख से अधिक है. इसको देखते हुए कई स्टूडेंट्स आर्ट्स और साइंस दोनों स्ट्रीम को सेलेक्ट करने की कोशिश में हैं.
साइंस है पसंदीदा सब्जेक्ट : एक्सपर्ट का कहना है कि साइंस सभी का पसंदीदा सब्जेक्ट होता है. अधिकांश स्टूडेंट्स सबसे पहले साइंस को ही चुनते हैं. साइंस स्ट्रीम से इंजीनियरिंग, मेडिकल के साथ अन्य सभी क्षेत्रों में कैरियर बना सकते हैं. साइंस के स्टूडेंट्स को आगे चल कर फायदा होता है कि वह ग्रेजुएशन में आर्ट्स या कॉमर्स भी चुन सकते हैं. लेकिन आर्ट्स के स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन में साइंस नहीं ले सकते हैं. साइंस सब्जेक्ट में बहुत सारे ऑप्शन और फील्ड बदलने का ऑप्शन रहता है. लेकिन आर्ट्स में यह नहीं हो पाता है. पटना यूनिवर्सिटी साइंस के पूर्व डीन प्रो अमरेंद्र मिश्रा कहते हैं कि कोई भी निर्णय लेने से पहले सोच विचार करना चाहिए.
17 तक फॉर्म भरने का मौका : 11वीं में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओएफएसएस वेबसाइट www.ofssbihar.in पर जाकर एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन आठ से 17 जुलाई तक कर सकते हैं. एडमिशन ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगा. बोर्ड ने एडमिशन से संबंधित प्रोस्पेक्टस ओएफएसएस की वेबसाइट पर जारी कर दिया है.