Bihar Board BSEB Compartment Results 2021: बिहार बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट किया जारी, एक बार फिर रचा गया इतिहास

बिहार बोर्ड के द्वारा इंटरमीडिएट और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 में एक या दो विषय में फेल करीब 2.19 लाख स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया गया. इसके साथ ही बोर्ड ने कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट जून में ही जारी कर एग्जाम चक्र की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया है. कोरोना काल में इंटर व मैट्रिक कंपार्टमेंटल परीक्षा 2021 की प्रक्रिया जून में समाप्त कर बोर्ड ने इतिहास रच दिया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार शाम पांच बजे रिजल्ट जारी कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2021 9:31 AM

बिहार बोर्ड के द्वारा इंटरमीडिएट और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 में एक या दो विषय में फेल करीब 2.19 लाख स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया गया. इसके साथ ही बोर्ड ने कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट जून में ही जारी कर एग्जाम चक्र की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया है. कोरोना काल में इंटर व मैट्रिक कंपार्टमेंटल परीक्षा 2021 की प्रक्रिया जून में समाप्त कर बोर्ड ने इतिहास रच दिया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार शाम पांच बजे रिजल्ट जारी कर दिया.

अपना रिजल्ट यहां कर सकेंगे चेक

मैट्रिक एवं इंटर की कंपार्टमेंटल परीक्षा 2021 में सम्मिलित होने के लिए पात्र स्टूडेंट्स में से अतिरिक्त अंकों का ग्रेस पाकर सफल हुए स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट http://results.biharboardonline.com पर जाकर देख सकते हैं. बोर्ड ने कहा कि छात्र हित में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 में एक या दो विषयों में फेल वैसे स्टूडेंट्स जो इंटर और मैट्रिक की कंपार्टमेंटल परीक्षा 2021 में शामिल हो सकते थे, को पिछले वर्ष की तरह इस बार के लिए अपवाद स्वरूप कुछ अतिरिक्त ग्रेस अंक देकर पास कर दिया है.

2,14,287 स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स पा कर सफल

पास करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा गया था, जिस पर शिक्षा विभाग ने सहमति प्रदान कर दी. इस बार इंटर और मैट्रिक मिला कर 2,18,790 स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स पा कर हुए सफल. वहीं, 2020 में इंटर और मैट्रिक मिला कर 2,14,287 स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स पा कर सफल हुए थे.

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इंटर में 85.53 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए सफल

ग्रेस मार्क्स के रिजल्ट जारी होने के साथ ही इंटर में अब कुल उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 11,46,320 हो गयी है. जो इंटर वार्षिक परीक्षा 2021 में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों का 85.53 प्रतिशत है. इंटर की वार्षिक परीक्षा 2021 के पूर्व में घोषित इंटर परीक्षा के नतीजे में 13,40,267 स्टूडेंट्स में से 10,48,846 स्टूडेंट्स यानी 78.26 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए थे. एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों को अतिरिक्त ग्रेस अंक दिये जाने के इस निर्णय से अब कुल 97,474 स्टूडेंट्स सफल हुए हैं, जिसका पास प्रतिशत 85.53 % रहा.

मैट्रिक में 85.50 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए सफल

मैट्रिक परीक्षा में एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों में से कुल 1,21,316 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए. मैट्रिक परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल स्टूडेंट्स में से कुल 1,21,316 स्टूडेंट्स सफल हुए हैं. मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 में सम्मिलित 16,54,171 स्टूडेंट्स में से 12,93,054 यानी कुल 78.17 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल हुए थे. इस प्रकार अब इस परीक्षा में सफल स्टूडेंट्स की कुल संख्या 14,14,370 हो गयी है, जिसका पास प्रतिशत 85.50% हो गया.

पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक स्टूडेंट्स हुए सफल

इस बार ग्रेस मार्क्स से इंटर में 97,474 स्टूडेंट्स सफल हुए हैं, जो पिछले साल से अधिक हैं. पिछले वर्ष 2020 में इंटर में कुल 72,610 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस मार्क्स पाकर सफल हुए थे. वहीं, इस बार पिछले साल की तुलना में मैट्रिक में ग्रेस मार्क्स से सफल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या कम है. इस बार मैट्रिक में 1,21,316 स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स से सफल हुए हैं. वहीं, 2020 में मैट्रिक में कुल 1,41,677 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस अंक पाकर सफल हुए थे. बोर्ड ने कहा कि यह निर्णय स्टूडेंट्स के हित में लिया गया है.

बोर्ड और शिक्षा विभाग ने लिया बेहतर फैसला

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इस वर्ष इंटर व मैट्रिक में कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने का अवसर स्टूडेंट्स को मिलता. लेकिन महामारी के कारण अगले दो-तीन माह में कंपार्टमेंटल परीक्षा कराना संभव नहीं होता. इस कारण परीक्षाफल का प्रकाशन सितंबर-अक्तूबर तक हो सकता था. इस कारण स्टूडेंट्स को कोई फायदा नहीं मिलता. सभी शिक्षण संस्थानों में एडमिशन प्रक्रिया समाप्त हो जाती और ऐसे स्टूडेंट्स के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता. इस कारण बोर्ड ने निर्धारित ग्रेस मार्क्स अपवाद स्वरूप इस बार के लिए भी तय किया और इस दायरे में आने वाले स्टूडेंट्स सफल हुए.

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