बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कागजात में सुधार की प्रक्रिया को सरल कर दिया है. समिति ने डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) लागू किया है. डीएमएस लागू होने से अब किसी भी जिले या झारखंड के स्टूडेंट्स अपनी सुविधा के अनुसार समिति के किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय में जाकर अपने माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और अन्य विविध परीक्षाओं से संबंधित कागजात में सुधार और डुप्लिकेट अंकपत्र व प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं.
समिति ने सभी क्षेत्रीय कार्यालय का पूरा पता एवं फोन नंबर समिति की वेबसाइट पर जारी कर दिया है. समिति के सचिव ने कहा है कि सुधार या द्वितीयक डॉक्यूमेंट जारी करने के लिए स्टूडेंट्स को अपने-अपने जिले के प्रमंडल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में आवेदन देकर आइडी कटवाना पड़ता है. साथ ही झारखंड के निवासियों को समिति के पटना क्षेत्रीय कार्यालय में आवेदन देना पड़ता है, लेकिन अब छात्र हित में यह निर्णय लिया गया है कि समिति के किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय में राज्य के किसी भी जिले के स्टूडेंट्स या झारखंड के निवासी सुधार या द्वितीयक कागजात के लिए डीएमएस के माध्यम से आइडी कटवा सकते हैं.
समिति से अब कोई भी डॉक्यूमेंट निकालने के लिए आवेदन नहीं लिखना होगा. इसके लिए समिति ने एक नया स्टैंडर्ड फॉर्मेट जारी कर दिया है. अब स्टूडेंट्स को स्टैंटर्ड फॉर्मेट डाउनलोड कर उसी पर अपने स्कूल या कॉलेज के प्राचार्य के हस्ताक्षर करवा कर फॉरवर्डिंग करानी होगी. अब लिखित आवेदन बोर्ड ऑफिस में जमा नहीं लिया जायेगा. इसके साथ बोर्ड ने एफिडेविट का भी स्टैंडर्ड फॉर्मेट जारी किया है. आवेदन व एफिडेविट के स्टैंडर्ड फॉर्मेट बोर्ड की वेबसाइट http://biharboardonline.bihar.gov.in/ पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. फॉर्मेट डाउनलोड करने के लिए स्टूडेंट्स को वेबसाइट के ‘स्टूडेंट्स इन्फॉर्मेशन’ सेक्शन में जाना होगा. यहीं पर त्रुटि व डूप्लिकेट कागजात निकालने के लिए स्टैंडर्ड फॉर्मेट उपलब्ध है. इसके साथ रिजनल ऑफिस से भी स्टैंडर्ड फॉर्मेट प्राप्त किया जा सकता है.
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अब डॉक्यूमेंट निकालने के लिए आवेदन नहीं लिखना होगा
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बोर्ड ने एफिडेविट का भी स्टैंडर्ड फॉर्मेट जारी किया है
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त्रुटि व डूप्लिकेट कागजात निकालने के लिए स्टैंडर्ड फॉर्मेट उपलब्ध