बिहार बोर्ड : आज आयेगा मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड ) की मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार की दोपहर 12:30 बजे जारी होगा. रिजल्ट बोर्ड के वेबसाइट http://onlinebseb.in और http://biharboardonline.com पर जारी किया जायेगा.
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड ) की मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार की दोपहर 12:30 बजे जारी होगा. रिजल्ट बोर्ड के वेबसाइट http://onlinebseb.in और http://biharboardonline.com पर जारी किया जायेगा.
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रिजल्ट की घोषणा शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा करेंगे. इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सचिव आरके महाजन मौजूद रहेंगे. हालांकि, कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं किया जायेगा. बोर्ड रिजल्ट ऑनलाइन जारी करेगा. इस साल मैट्रिक में कुल 15,29,393 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे, जिनमें 7 लाख 83 हजार 34 छात्राएं और सात लाख 46 हजार 359 छात्र थे.
पटना जिला में कुल 74 परीक्षा केंद्रों पर 69,175 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं, जिसमें 36,890 छात्राएं एवं 32,285 छात्र हैं. मैट्रिक की परीक्षाएं 17 से 24 फरवरी के बीच हुई थी. लॉकडाउन के बावजूद रिजल्ट जारी करने वाले पहला बोर्डपिछले साल की तुलना में रिजल्ट जारी करने में विलंब हुआ. पिछले साल मैट्रिक का रिजल्ट छह अप्रैल को घोषित कर दिया गया था. इस बार रिजल्ट जल्द घोषित करने की तैयारी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण कॉपी जांच को रोक देना पड़ा. छह मई से मूल्यांकन का काम फिर शुरू हुआ और 14 मई तक चला.
इसके बावजूद देश के सभी राज्यों से पहले बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर रहा है. बिहार बोर्ड ने इंटर परीक्षा का रिजल्ट भी देश में सबसे पहले जारी किया. अब तक किसी स्टेट बोर्ड ने मैट्रिक व इंटर परीक्षा का रिजल्ट जारी नहीं किया है. बॉक्स पिछले साल से बेहतर हो सकता है रिजल्टपिछले साल 16.35 लाख विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी, जिसमें 80.73% सफल हुए थे. इस साल अतिरिक्त प्रश्नों के कारण सफल होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत बढ़ने की संभावना है. मैट्रिक परीक्षा में इस साल पहली बार ऑब्जेक्टिव प्रश्नों में विद्यार्थियों को 20% अतिरिक्त विकल्प बिहार बोर्ड ने दिया था यानी 100 अंकों की परीक्षा में 60 ऑब्जेक्टिव प्रश्न दिये गये थे. इनमें से 50 प्रश्नों का जवाब स्टूडेंट्स को देना था. इसके अलावा इंटरनल च्वाइस के सवालों में भी वृद्धि की गयी थी. इसका लाभ मिलना तय है.