Bihar Board Result: पिता के साथ सब्जी बेचकर बन गया कॉमर्स टॉपर, अंकित कुमार का अगला टारगेट यूपीएससी
आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अंकित ने कोचिंग आदि का सहारा नहीं लिया. उन्होंने अपनी पूरा पढ़ाई घर पर रहकर ही की है. अंकित की मां इंद्रपुरी में ही कपड़ा सिलाई का काम करती है.
इंटर परीक्षा के कॉमर्स संकायों में टॉपर अंकित कुमार गुप्ता के पिता पप्पू कुमार इंद्रपुरी इलाके में सब्जी बेचते हैं. मीठापुर के बीडी कॉलेज से पढ़ाई करने वाले अंकित को 94.6% नंबर आया है. इसमें सबसे अधिक आउंटेंस में 98% अंक है. अंकित शहर के इंद्रपुरी के उदय नगर स्थित रोड नंबर 10 का निवासी है. अंकित ने बताया कि पढ़ाई के लिए उसकी मां पिंकी देवी व पिता दोनों प्रेरणा देते थे.
अंकित ने कोचिंग का सहारा नहीं लिया
आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अंकित ने कोचिंग आदि का सहारा नहीं लिया. उन्होंने अपनी पूरा पढ़ाई घर पर रहकर ही की है. अंकित की मां इंद्रपुरी में ही कपड़ा सिलाई का काम करती है. रोजाना आठ से नौ घंटे की पढ़ाई के साथ वह खुद अपने पिता के साथ सब्जी बेचने में कभी-कभी सहयोग करता है. अंकित अब यूपीएससी की तैयारी करेगा और आइएएस बनकर समाज की सेवा करना चाहता है.
डॉक्टर बनना चाहती है स्वाति
जिले की टॉपर और राज्य स्तर पर चौथा रैंक लाने वाली स्वाति डॉक्टर बनकर समाज और देश की सेवा करना चाहती है. उसका अगला टारगेट नीट यूजी क्वालीफाई करना है. शिक्षक दंपति की बेटी स्वाति को इंटर साइंस में 93.8 प्रतिशत अंक मिले हैं. मड़वन प्रखंड के करजा क्षेत्र अंतर्गत प्रतापपुर गांव के रहने वाले शिक्षक दंपति विवेकानंद सिंह और माला सिन्हा की पांच संतानों में सबसे बड़ी स्वाति ने एलपी शाही कॉलेज पताही से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की. स्वाति ने कहा कि वह बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती है.
परिवार में होली से पहले ही जश्न शुरू
इंटर में अच्छे मार्क्स से उसकी राह आसान हुई है. आगे और अधिक परिश्रम की बात कहते हुए बोली कि कोरोना काल में घर रहकर अधिक से अधिक समय पढ़ाई पर दिया. ऑनलाइन क्लास चलती रही. साथ ही नेट पर भी ज्यादा स्टडी मैटीरियल उपलब्ध हो जा रहा था. स्वाति के परिवार में होली से पहले ही जश्न शुरू हो गया. पिता ने कहा कि बेटी की क्षमता पर पूरा भरोसा है. आगे भी अपना लक्ष्य आसानी से हासिल कर समाज की सेवा करेगी.