बिहार के चर्चित चावल घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई शुरू, सरकारी राशि गबन करने वाले 30 मिलर रडार पर…
पटना : राज्य के चर्चित चावल घोटाला मामले में बड़े मिलरों पर इडी के स्तर से कार्रवाई शुरू हो गयी है. राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने आठ करोड़ से ज्यादा की सरकारी राशि गड़बड़ी करने वाले 30 मिलर पर पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के तहत कार्रवाई करने के लिए इडी को मामला ट्रांसफर किया गया है.
पटना : राज्य के चर्चित चावल घोटाला मामले में बड़े मिलरों पर इडी के स्तर से कार्रवाई शुरू हो गयी है. राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने आठ करोड़ से ज्यादा की सरकारी राशि गड़बड़ी करने वाले 30 मिलर पर पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के तहत कार्रवाई करने के लिए इडी को मामला ट्रांसफर किया गया है.
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अब तक तीन मिलरों पर कार्रवाई हो चुकी है, 27 मिलर अभी भी इडी की गिरफ्त से बाहर
इनमें अब तक तीन मिलरों पर कार्रवाई हो चुकी है, जबकि 27 मिलर अभी भी इडी की गिरफ्त से बाहर हैं. इनकी संपत्ति सिलसिलेवार तरीके से जब्त होने जा रही है. इसकी तैयारी इडी ने शुरू कर दी है. कोरोना संक्रमण के कारण इस कार्रवाई में थोड़ी देरी हो रही है, परंतु स्थिति सामान्य होते ही इन लोगों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई शुरू हो जायेगी.
इन मिलरों की संपत्ति जब्त हुई
अब तक जिन मिलरों की संपत्ति जब्त हुई है, उनमें पावापुरी स्थित प्रीति राइस मिल व नालंदा स्थित मॉडर्न राइस मिल के अलावा दरभंगा का जगदंबा राइस मिल शामिल है. इनमें नालंदा के दोनों मिलों के तीनों मालिकों पंकज कुमार, राजेश राय और पुरुषोत्तम जैन के अलावा दरभंगा के जगदंबा फूड सेंटर के मालिक दिबेश कुमार चौधरी शामिल हैं.
संपत्ति जब्ती के बाद अब गिरफ्तारी कर पूछताछ
इसमें पहले के मिलरों से इडी ने दो-तीन बार पूछताछ कर ली है, परंतु फरार चल रहे दिबेश कुमार चौधरी को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी है. इन सभी पर सरकारी राशि गबन करने का आरोप है. इसके अलावा जिन मिलरों पर कार्रवाई की तैयारी की गयी है, उनकी अवैध संपत्ति समेत तमाम बातों की जांच हो चुकी है. इनकी संपत्ति जब्ती के बाद इनकी गिरफ्तारी कर पूछताछ भी की जा सकती है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya