पटना. डीआरआइ की विशेष टीम ने बिहटा के नजदीक आसपुरा गांव के पास से एक तस्कर को एक किलो 40 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया. हेरोइन की बाजार में कीमत करीब चार करोड़ 17 लाख रुपये है. तस्कर ने बोलेरो गाड़ी के म्यूजिक सिस्टम के पीछे इसे छिपा कर रखा था. काफी मशक्कत के बाद टीम इसे खोज पायी. इस हेरोइन को झारखंड के सीमावर्ती इलाके से इसी गाड़ी में लाया जा रहा था. इसकी डिलेवरी आसपुरा गांव के ही एक युवक को देनी थी. साथ ही पटना में भी कुछ स्थानों पर इसकी डिलेवरी करनी थी.
इस तस्कर से फिलहाल पूछताछ जारी है. इसके बाद इससे जुड़े इसके सिंडिकेट में कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस तस्कर की नाम और पहचान फिलहाल इसलिए गुप्त रखी गयी है कि इसके पूरे सिंडिकेट पर एक साथ कार्रवाई की तैयारी है. साथ ही इसके झारखंड में मौजूद ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है. फिलहाल डीआरआइ की टीम पटना और बिहटा में डिलेवरी लेने वाले सभी संदिग्धों की तलाश में जुट गयी है. इसके बाद ही पूरे मामले का खुलासा होने की संभावना है.
बिहार के कई जिलों में ट्रक पर शराब लदवाकर सप्लाइ कराने वाले तस्करों के मुख्य लाइनर सचिन कुमार पांडेय को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. बिहार पुलिस की मद्य निषेध इकाई की टीम ने सचिन को गोरखपुर के बंसगांव थाना के हरदई गांव से गिरफ्तार किया गया. वह मुख्य रूप से अवैध शराब के आपूर्तिकर्ताओं के बैकवर्ड लिंकेज की मुख्य कड़ी है. राज्य के कई जिलों में उसकी तरफ से अवैध तरीके से शराब की आपूर्ति करायी गयी है. शराब की बड़ी खेप यहां के कई कारोबारियों को भेजी गयी थी.
इसे लेकर सारण, भोजपुर के तरारी समेत अन्य कई थानों में मामले भी दर्ज कराये गये हैं. पिछले वर्ष जून में तरारी में हरियाणा से लायी जा रही शराब की एक बड़ी खेप के चालक को ट्रक समेत गिरफ्तार किया गया था. इस चालक का नाम दीपक सिंह था. इससे सघन पूछताछ के दौरान इस तस्कर से जुड़ी कई अहम बातें सामने आयी थी. बड़ी मशक्कत के बाद उसे गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया.