अनिकेत त्रिवेदी,पटना: राज्य सरकार के बजट 2022-23 से राजधानी के विकास की रफ्तार तेज होगी है. बजट में शहर के लगभग 20 बड़े प्रोजेक्टों की राशि को स्वीकृत या विस्तारित किया गया है. आगामी वित्तीय वर्ष में पैसे की उपलब्धता के कारण ये प्रोजेक्ट आसानी से पूरे होंगे.
इन प्रोजेक्ट से पटना में सड़क, अस्पताल, स्मार्ट सिटी, मेट्रो, शिक्षा के बड़े भवन आदि क्षेत्र में लोगों को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध हो पायेंगी. रिंग रोड, नये पुल के निर्माण से लेकर शहर के बड़े अस्पतालों में सुविधा बढ़ेंगी. अगले वित्तीय वर्ष में इन प्रोजेक्टों पर करीब 10 हजार करोड़ की राशि वाले प्रोजेक्ट पर काम होने हैं.
पटना स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कुल नौ योजनाओं में कुल 317.07 करोड़ की लागत से कार्यारंभ हो चुका है. पटना मेट्रो रेल परियोजना के तहत दो कॉरिडोर का चयन किया गया है. अब तक इस योजना को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 213 करोड़ और राज्य सरकार की ओर से 262.50 करोड़ उपलब्ध कराया गया है. इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल को 482.87 करोड़ का कार्य आवंटन किया गया है. पटना के शहरी क्षेत्र के परिवेशीय वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए पटना नगर निगम के द्वारा परिवहन विभाग को डीजल चालित व्यावसायिक बसों में नये सीएनजी इंधन चालित बस में बदलने के लिए 3.75 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है.
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पटना के बिहटा में सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीमेट) चेन्नई के द्वारा 10 एकड़ भूमि में बीटेक, एमटेक कोर्स शुरू करने के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स टेक्नोलॉजी (आइपीटी) की स्थापना की जायेगी. वहीं, 248.57 करोड़ की लागत से बिहटा में विकास प्रबंधन संस्थान का निर्माण कार्य किया जा रहा है. 889.26 करोड़ की लागत से बिहार पशु विज्ञान विवि का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है.
पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल यानी पीएमसीएच के पुनर्विकास योजना के लिए 5540.07 करोड़ के लागत से 5462 बेड का विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल निर्माण किया जा रहा है. पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान मे 100 बेड के स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट की स्थापना की गयी है. इसके अलावा 1200 अतिरिक्त बेड अस्पताल भवन का निर्माण कराया जा रहा है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में पटना-गया-डोभी के 127 किमी कार्य का निर्माण किया जा रहा है.पटना रिंग रोड के तहत कंहौली से रामनगर छह लेन का कार्य किया जा रहा है. महात्मा गांधी सेतु के पूर्व लेन का काम किया जा रहा है. इसे इस वर्ष मई तक पूरा कर लिया जायेगा. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर चार नये पुल का निर्माण किया जा रहा है. कच्ची दरगाह से बिदुपुर गंगा नदी में छह लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है. शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कारगिल चौक से पटना साइंस कॉलेज तक डबल डेकर फ्लाइओवर के निर्माण की स्वीकृति दी गयर है और कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
158 करोड़ की लागत से पटना संग्रहाल का उन्नयन कार्य किया जा रहा है. बिहार म्यूजियम से अंडरग्राउंड रास्ते का निर्माण किया जाना है. 640.51 करोड़ की लागत से पटना में अब्दुल कलाम साइंस सिटी का निर्माण किया जा रहा है. तारामंडल में प्रोजेक्शन सिस्टम में आधुनिक करने के लिए 36 करोड़ 13 करोड़ की लागत से का काम किया जा रहा है.
161.30 करोड़ की लागत से पटना के फुलवारी शरीफ में परिवहन विभाग का भवन और वर्कशाॅप का निर्माण कार्य किया जा रहा है. 169.50 करोड़ की लागत से पटना हाईकोर्ट का विस्तारीकरण कार्य पूरा किया गया है. पटना साहिब में प्रकाशपुंज को विश्वस्तरीस संग्रहालय के लिए रूप में विकसित करने के लिए 13 करोड़ 65 लाख 66 हजार की स्वीकृति दी गयी है. पटना में प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक)की स्थापना के लिए 65.55 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है.
Published By: Thakur Shaktilochan