बिहार उपचुनाव: बोचहां सीट पर मुकेश सहनी की पार्टी ठोकेगी ताल, जानिये किसे बनाया जा सकता है उम्मीदवार
बिहार में फिर एकबार उपचुनाव होने जा रहा है. बोचहां सीट पर उपुचनाव को लेकर मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने तैयारी शुरू कर दी है. मुसाफिर पासवान के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर जानें कौन बनाया जा सकता है उम्मीदवार...
चुनाव आयोग ने मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा के उप चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी. 17 मार्च से नामांकन शुरू होगा, जो 24 मार्च तक चलेगा. स्क्रूटनी 25 मार्च और नाम वापसी की अंतिम तिथि 28 मार्च तय की गयी है. वही मतदान 12 अप्रैल औरकाउंटिंग 16 को होगी. इस सीट पर उम्मीदवारी को लेकर एनडीए की तरफ से अब मुकेश सहनी की पार्टी में भी अब पहल शुरू हो गयी है.
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए की ओर से बोचहां की सीट मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के हिस्से में गयी थी. यहां से मुसाफिर पासवान ने जीत दर्ज की थी, जिनका निधन हो चुका है. उनके निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर चुनाव की घोषणा कर दी गयी है. अब इस सीट पर एनडीए के तरफ से उम्मीदवार की घोषणा भी की जाएगी. मुकेश सहनी की पार्टी भी इसकी तैयारी शुरू कर चुकी है. मुसाफिर पासवान के परिवार से ही उम्मीदवार उतारा जा सकता है.
विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बताया कि इस सीट पर वीआईपी पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी और जीत भी दर्ज करेगी. उन्होंने बताया कि इस सीट पर मुसाफिर पासवान ने जीत दर्ज की थी और वो अब हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन अपने आखिरी दिनों में मुसाफिर पासवान ने मुकेश सहनी का हाथ पकड़ते हुए ये कहा था कि अब उनके बेटे का वो ख्याल रखे.
वीआईपी पार्टी के प्रवक्ता से जब यह सवाल किया गया कि क्या मुसाफिर पासवान के बेटे को पार्टी टिकट देगी और प्रत्याशी बनाएगी तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि इसकी एक संभावना जरुर है लेकिन इसपर आखिरी फैसला पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी ही लेंगे. लेकिन इसकी संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है कि मुसाफिर पासवान के बेटे को भी पार्टी मैदान में उतार सकती है.
बता दें कि बोचहां विधान सभा के विधायक मुसाफिर पासवान की मृत्यु 25 नवंबर 2021 को हुई. इसके बाद से विधान सभा का सीट खाली था. मुसाफिर पासवान वीआइपी के टिकट से चुनाव जीते थे. इससे पहले भी एक बार बोचहां विस का प्रतिनिधित्व कर चुके थे. करीब चार महीने के बाद इस सीट पर अब चुनाव कराया जा रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan