पटना. बिहार में विधानसभा के दो सीटों पर हुए उपचुनाव में राजद और भाजपा के बीच सीधी टक्कर रही. दोनों सीट पर जीत का दावा करने वाली कांग्रेस पूरे पिक्चर से बाहर दिखी. इसके बाद से कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में सन्नाटा पसरा हुआ है. साथ ही राजद-कांग्रेस के बीच संबंधों को लेकर भी कयासबाजी शुरू हो गई.
हालांकि कांग्रेस शुरु से इस रेस में अपने को तीसरे स्थान पर मान रही थी. कांग्रेस की हालात पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को जमीनी हकीकत का अंदाजा ही नहीं है. यही कारण है कि कांग्रेस के छुटभैये नेता ही राजद-कांग्रेस में बिगाड़ करवाने पर तुले हैं. जबकि राजनीति की डिमांड कुछ और है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझना होगा कि बिहार में लड़ाई जदयू के साथ एनडीए और राजद के बीच ही मुकाबला है, इसमें कांग्रेस कहीं नहीं है.
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता आसित नाथ तिवारी ने कहा कि कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा है. अगर राजद ने अफवाह नहीं फैलाई होती तो वहां कांग्रेस और भी बेहतर करती. चुनाव से पहले राजद नेताओं ने जनता के बीच यह भ्रम फैलाया कि कांग्रेस ने राजद का समर्थन कर दिया है इससे मतदाता काफी कन्फ्यूज हो गए. बताते चलें कि दरभंगा की कुशेश्वरस्थान सीट और मुंगेर के तारापुर सीट से जदयू जीत गई है. तारापुर विधानसभा के 28वें राउंड की गिनती समाप्त होने के बाद आरजेडी को 73058, जेडीयू को 75426 मत मिले .
जेडीयू की जीत की सूचना पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं को मिलते ही वे दीपीवली से दो दिन पहले ही आतिशबाजी करनी शुरु कर दिए. पार्टी कार्यालय में जश्न का दौर है.