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Bihar Bypolls Election 2024: इमामगंज विस क्षेत्र का तीन स्थानीय उम्मीदवार कर चुके हैं प्रतिनिधित्व

Bihar bypolls election 2024 इमामगंज विस क्षेत्र से पहली बार 1957 से 1962 तक निर्दलीय एवं 1962 से 1967 तक स्वतंत्रता पार्टी से रानीगंज के रहने वाले स्व अंबिका प्रसाद सिंह विधायक बन चुके हैं. इनके बाद स्थानीय उम्मीदवार बांकेबाजार प्रखंड के ढेवरी गांव के रहने वाले श्रीचंद्र सिंह पहली बार 1980 से 1985 एवं दूसरी बार 1985 से 1990 तक कांग्रेस से चुनाव जीत दर्ज कर चुके हैं.

By RajeshKumar Ojha | October 17, 2024 9:51 PM
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Bihar Bypolls Election 2024 इमामगंज में विधानसभा उपचुनाव की डुगडुगी चुनाव आयोग के द्वारा बजाते ही चौक- चौराहों पर चुनावी चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. लोग अपने-अपने प्रत्याशी की जीत को लेकर अभी से कयास लगाने लगे हैं. हालांकि अभी तक राजनीतिक पार्टियां यह स्पष्ट नहीं कर सकी हैं कि किस पार्टी से कौन उम्मीदवार चुनावी मैदान में होगा. हालांकि, अपने-अपने दल के स्थानीय नेता उम्मीदवारों के नामों की चर्चा खूब कर रहे है.

इस बार इमामगंज विस क्षेत्र में एक बात की चर्चा खूब हो रही, वह यह है कि इस बार स्थानीय उम्मीदवार को राजनीतिक पार्टियों को मौका देना चाहिए. लेकिन, ऐसे आसार बनते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं. हां इस उप चुनाव में स्थानीय कई लोग चुनाव मैदान में ताल ठोकने के लिए कूद गये हैं. लेकिन इन नये उम्मीदवारों पर मतदाता कितना भरोसा करते हैं वह तो समय बतायेगा.

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इमामगंज विस क्षेत्र से पहली बार 1957 से 1962 तक निर्दलीय एवं 1962 से 1967 तक स्वतंत्रता पार्टी से रानीगंज के रहने वाले स्व अंबिका प्रसाद सिंह विधायक बन चुके हैं. इनके बाद स्थानीय उम्मीदवार बांकेबाजार प्रखंड के ढेवरी गांव के रहने वाले श्रीचंद्र सिंह पहली बार 1980 से 1985 एवं दूसरी बार 1985 से 1990 तक कांग्रेस से चुनाव जीत दर्ज कर चुके हैं. उसके बाद पुनः बांकेबाजार प्रखंड के खरार खजुरिया गांव के रहने वाले रामस्वरूप पासवान 1995 से 2000 वर्ष तक समता पार्टी से निर्वाचित हुए हैं. उसके बाद से कोई भी स्थानीय स्तर का चेहरा इमामगंज का प्रतिनिधित्व नहीं कर सका है.

इमामगंज को जिला बनाओ की मुद्दा उप चुनाव में रहेगा ऊपर

गया मुख्यालय से इमामगंज विस क्षेत्र की अंतिम सीमा सैकड़ों किलोमीटर दूर रहने के कारण जिला मुख्यालय से कामकाज निबटा कर लौटने में होने वाली कठिनाइयां को देखते हुए एक दशक से अधिक से इमामगंज वासी जिला बनाने की मांग करते रहे हैं.

कई मर्तबा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनसभा में भी स्थानीय लोगों ने अपनी मांग को गंभीरता से उठाया है. हालांकि यह मुद्दा राजनीतिक गलियारों में ठंडा पड़ गया और इसके कारण इमामगंज अब तक पुलिस अनुमंडल तक ही सीमित रह गया. लेकिन, पुनः इमामगंज में उप चुनाव होने की घोषणा के बाद एक बार फिर मजबूती के साथ इमामगंज को जिला बनाने की मांग उठाने की तैयारी में संघर्ष समिति के लोग जुट गये हैं.

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