Loading election data...

Bihar Caste Census : पटना में जातीय गणना का कार्य जल्द होगा शुरू, 11 कोषांगों का हुआ गठन

सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये कुल 204 जातियों की सूची के सत्यापन का कार्य पटना जिले के सभी चार्जों से किया जा चुका है. आंकड़ों का संग्रहण डिजिटल मोड में प्रस्तावित है. इस गणना से प्राप्त आंकड़ों का भविष्य में व्यापक उपयोग किया जाना है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2022 6:54 PM

पटना जिले में जल्द ही 204 जातियों की गणना का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. इसके लिए जिलाधिकारी सह जाति आधारित गणना के नोडल पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने 11 कोषांगों का गठन कर दिया है. मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बिहार जाति-आधारित गणना 2022 की तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी. इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी कोषांगों के वरीय नोडल पदाधिकारियों और नोडल पदाधिकारियों के साथ कार्य में हुए प्रगति का जायजा लिया.

204 जातियों की होगी गणना 

बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी-सह-अपर प्रधान गणना पदाधिकारी, महेश प्रसाद द्वारा गणना के संबंध में विभिन्न तथ्यों को जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया. साथ ही यह बताया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये कुल 204 जातियों की सूची के सत्यापन का कार्य पटना जिले के सभी चार्जों से किया जा चुका है. आंकड़ों का संग्रहण डिजिटल मोड में प्रस्तावित है. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार के निर्देश के अनुसार जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का कार्य किया जाना है. यह गणना वार्डवार (शहरी एवं ग्रामीण) की जायेगी. इस गणना से प्राप्त आंकड़ों का भविष्य में व्यापक उपयोग किया जाना है.

700 से अधिक जनसंख्या वाले वार्ड में उप गणना ब्लॉक बनाया गया

पंचायत व शहरी निकायों के वार्डों को गणना के लिए प्रारंभिक इकाई (गणना ब्लॉक) माना गया है अर्थात् वार्ड को गणना ब्लॉक के रूप में घोषित किया गया है. साथ ही अगर किसी वार्ड की जनसंख्या 700 से अधिक है तो वैसी स्थिति में उप गणना ब्लॉक का निर्माण किया गया है. जनसंख्या में वार्षिक या दशकीय वृद्धि दर के आधार पर वर्तमान जनसंख्या का आकलन कर गणना ब्लॉक का गठन किया गया है.

बताया जाता है कि पटना जिले में कुल 45 चार्ज (23 प्रखंड, 11 नगर परिषद, पांच नगर पंचायत व पटना नगर निगम के छह अंचल) में 4,613 वार्ड हैं. शहरी एवं ग्रामीण वार्डों को मिलाकर गणना खंडों व गणना उप खंडों की कुल संख्या 12,696 है. एक प्रगणक को सामान्यतः एक ही गणना ब्लॉक या उप गणना ब्लॉक में लगाया जायेगा.

साथ ही प्रत्येक छह प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जायेगी. इस प्रकार, प्रगणकों की संख्या 12,696 और पर्यवेक्षकों की संख्या 2,116 रहेगी. पर्यवेक्षक के लिए प्रगणक से उच्च स्तर के कर्मी को नियुक्त किया जायेगा और इन सभी की नियुक्ति चार्ज अधिकारी द्वारा की जायेगी. उन्होंने बताया कि कि गणना में संलग्न हर एक पदाधिकारी एवं कर्मी को कार्य योजना और कैलेंडर के अनुसार प्रशिक्षित किया जायेगा. जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी और आइटी मैनेजर जिला-स्तरीय मास्टर ट्रेनर दल में शामिल रहेंगे. प्रखंड स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों में प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, आईटी सहायक आदि भी शामिल रहेंगे.

ये बनाये गये हैं कोषांग

  • अनुश्रवण कोषांग- उप विकास आयुक्त, पटना

  • आइटी कोषांग- जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, पटना

  • मीडिया कोषांग- जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, पटना

  • विधि-व्यवस्था कोषांग- अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था), पटना

  • कार्मिक कोषांग- स्थापना उप समाहर्ता, पटना

  • प्रशिक्षण कोषांग- अपर जिला दंडाधिकारी, आपदा प्रबंधन, पटना

  • सामग्री वितरण/वापसी कोषांग- अपर जिला दंडाधिकारी, आपूर्ति, पटना

  • प्रिटिंग कोषांग- अपर जिला दंडाधिकारी अनुभाजन, पटना

  • गणना किट प्रबंधन कोषांग- अपर जिला दंडाधिकारी आपूर्ति, पटना

  • वित्तीय प्रबंधन कोषांग- नजारत उप समाहर्ता, पटना

  • प्रचार-प्रसार कोषांग- जिला पंचायत राज पदाधिकारी, पटना व जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, पटना

Next Article

Exit mobile version