बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार कार्यक्रम के तहत सोमवार को फरियादियों की शिकायतें सुनी. इस दौरान कई फरियादियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी पीड़ा बताई. कई शिकायतकर्ताओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये. वहीं बढ़ते क्राइम के मामलों को लेकर अलग-अलग शिकायतें सीएम के पास आई. कोई पुलिस और अपराधी की मिली भगत की शिकायत कर रहे थे तो कोई जमीन विवाद से जुड़ी समस्याओं की.
मुख्यमंत्री के सामने जनता दरबार कार्यक्रम में प्रदेश के कई जिलों से फरियादी पहुंचे. सोमवार को पुलिस की शिकायतें लेकर आने वालों की संख्या अधिक दिखी. अररिया के एक युवक ने सीएम नीतीश कुमार को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि कुछ दबंग उसके घर में घुस गये और जानलेवा हमला किया. इसकी शिकायत उसने पुलिस को भी की लेकिन पुलिस ने आरोपित के पक्ष में ही अपनी भूमिका निभाई. युवक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रुपये लेकर आरोपित को छोड़ दिया और बिना गिरफ्तारी उसे जमानत दे दिया गया.
मुख्यमंत्री के सामने एक ऐसा मामला आया जिससे सीएम भी चौंक गये और फौरन डीजीपी को तलब किया. दरअसल, पश्चिम चंपारण की एक महिला ने मुख्यमंत्री के सामने अपना दर्द बयां किया. महिला ने बताया कि 2021 में अपराधियों ने उसके बेटे की हत्या कर दी थी. बात यहीं खत्म नहीं हुई, अब अपराधी महिला को यह धमकी दे रहे हैं कि उनके परिवार के अन्य सदस्यों को भी मार देंगे. महिला की बात सुनकर मुख्यमंत्री ने फौरन डीजीपी से फोन पर बात की और आदेश दिया कि ऐसे मामलों को फौरन देखें. एक युवक ने अन्य मामले में खुद को अपहरण केस में फंसाने की बात भी सीएम को बताई.
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जुलाई महीने की पहली सोमवार को मुख्यमंत्री गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग समेत अन्य विभागों से जुड़ी शिकायत सुन रहे थे. इस दौरान भूमि विवाद से जुड़े कई मामले आए. पूर्णिया के दो युवकों ने बताया कि उसके जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. जनता दरबार में आए एक बुजुर्ग ने सीएम को बताया कि थाने में शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं कराई. यहां तक कि एसपी ने भी मामले में कुछ नहीं किया.
पटना के नौबतपुर के भू माफिया सुनील कुमार की शिकायत सीएम के पास पहुंची. एक युवक ने मुख्यमंत्री को बताया कि सुनील कुमार ने फुलवारीशरीफ में उसके कुल 2 कट्टा जमीन पर कब्जा जमा लिया है. युवक ने आरोप लगाया कि इस कब्जे में माफिया का साथ फुलवारीशरीफ पुलिस, सीओ और डीएम ऑफिस का स्टाफ दे रहा है. सभी मिले हुए हैं. वहीं युवक की शिकायत सुनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना डीएम को फोन लगाया और मामले को देखने का निर्देश दिया.
Published By: Thakur Shaktilochan