पटना: आइआइटी पटना और एनआइटी पटना में इस वर्ष सीटों की संख्या बढ़ गयी है. इस वर्ष आइआइटी पटना में बीटेक में 66 सीटें बढ़ायी गयी हैं. इससे पहले आइआइटी में बीटेक की 361 सीटें थीं, वहीं, 2018 में आइआइटी पटना में बीटेक की 225 सीटें थीं. आइआइटी पटना में बीटेक में सीटों की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है. आइआइटी में एमटेक में इस बार 24 सीटें बढ़ायी गयी हैं. ज्वाइंट सीट एलोकेशन ऑथोरिटी (जोसा) में बढ़ी हुई सीटों पर काउंसेलिंग होगा. जोसा द्वारा जारी सीट मैट्रिक्स में इसे शामिल किया जायेगा. जोसा काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया छह अक्तूबर से शुरू हो जायेगी.
वहीं, एनआइटी पटना के सभी ब्रांच को मिला कर 15 प्रतिशत सीटें बढ़ी हैं. इसके साथ छात्राओं की सीटों पर भी तीन प्रतिशत का इजाफा हुआ है. 2019 में एनआइटी पटना में बीटेक की 774 सीटें थीं, जो अब बढ़ कर 914 हो जायेंगी. गौरतलब है कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण देने के लिए 25 प्रतिशत सीटें बढ़ाने का निर्देश दिया गया था. इसी को ध्यान में रखते हुए 2019 में 10 प्रतिशत सीटें बढ़ी थीं. 2020-21 सत्र में एडमिशन के लिए 15 प्रतिशत सीटें और बढ़ायी जा रही हैं. इस बार 20 प्रतिशत छात्राओं का एडमिशन भी लिया जायेगा. वर्ष 2019 में 17 प्रतिशत सीटों पर छात्राओं का एडमिशन हुआ था. एनआइटी पटना में अभी बीटेक की छह ब्रांच हैं, इन सभी ब्रांचों में सीटों की संख्या बढ़ जायेगी.
आइआइटी में जेंडर गैप कम करने पर लगातार काम हो रहा है. 2018 से आइआइटी में ज्यादा लड़कियों को एडमिशन दिया गया था. उस वक्त 14 प्रतिशत सीटों पर एडमिशन हुआ था. 2019 में 17 प्रतिशत सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित थीं. इस बार 2020 में लड़कियों के लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी. सुपर न्यूमेरी कोटे से हर साल आइआइटी में ज्यादा संख्या में लड़कियों को एडमिशन मिलेगा.
ब्रांच कुल सीट लड़कियों के लिए आरक्षित
केमिकल 56 11
सिविल 56 11
कंप्यूटर साइंस 69 14
मेकैनिकल 69 14
मेट्रोलॉजिकल एंड मेट्रेलिज 37 7
इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स 69 14
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya