बिहार कांग्रेस में सियासी खींचातानी के बीच प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को राहत मिलती दिखाई दे रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान अभी मदन मोहन झा को पीसीसी चीफ पद से हटाने के मूड में नहीं है. ऐसे में पीसीसी प्रेसिडेंट के नामों को लेकर लग रही अटकलों पर अब विराम लग गया है.
राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. यानी इस साल के अंत तक प्रदेश अध्यक्ष के पद पर झा ही आसिन रहेंगे. मदन मोहन झा को लेकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष बनाया था. वे महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री भी रह चुके हैं.
राहुल के साथ विधायकों की मीटिंग– पिछले दिनों कांग्रेस संगठन में फेरबदल को लेकर राहुल गांधी की अध्यक्षता में बिहार के विधायकों, सांसदों और विधानपरिसद् के सदस्यों की एक मीटिंग हुई थी. बताया जा रहा है कि इसी मीटिंग में प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने किसी दलित नेता को अध्यक्ष बनाने की मांग रखी, जिसके बाद अध्यक्ष को लेकर बातचीत आगे नहीं बढ़ी.
ये नाम रेस में सबसे आगे- बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे तारिक अनवर, राजेश राम, रंजीत रंजन और मीरा कुमार का है. वहीं कौकब कादरी और चंदन यादव भी अध्यक्ष पद की रेस में आगे हैं. बताया जा रहा है कि प्रभारी भक्त चरण दास के वीटो लगाए जाने के बाद तारिक अनवर और कौकब कादरी सहित गैर दलित नेता रेस में पिछड़ गए हैं. हालांकि अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान को लेना है.
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Posted By: Avinish Kumar Mishra