बिहार में कोरोना का संक्रमण शनिवार को अपने 470 दिन पूर्व की स्थिति में पहुंच गया है. राज्य में शनिवार को सात जिलों में सिर्फ आठ नये संक्रमित पाये गये हैं. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गयी है. प्रदेश में कोरोना की पहली लहर के दौरान सात मई 2020 को राज्य कोरोना के आठ संक्रमित पाये गये थे.
राज्य में संक्रमण दर भी घटकर दो दिनों से शून्य के आसपास पहुंच गया है. कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी. राज्य में कोरोना की दूसरी लहर में लगातार दूसरे दिन 31 जिलों में कोरोना संक्रमित नहीं पाये गये. राज्य के जिन जिलों में कोरोना संक्रमित पाये गये है उनमें पूर्वी चंपारण जिले में दो और भोजपुर, नालंदा, पटना, सहरसा, समस्तीपुर और सीतामढ़ी जिले में सिर्फ एक-एक संक्रमित पाये गये.
राज्य में कोरोना जांच के सिलसिले में कुल 113198 सैंपलों की जांच की गयी. राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या अब 146 रह गयी है जबकि रिकवरी रेट 98.63 प्रतिशत बना हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर का कहर समाप्त होता दिख रहा है. सात दिनों के अंदर राज्य के किसी भी अस्पताल में एक भी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई है. 13 अगस्त के बाद कोरोना से होनेवाली मौत ठहर गयी है. अभी तक राज्य में कोरोना से 15 माह के दौरान 9649 लोगों की मौत हो चुकी है.
यह सुखद है कि कोरोना के बाद ब्लैक फंगस से होनेवाली मौत में भी ठहराव आ गया है. ब्लैक फंगस से अभी तक राज्य में 147 लोगों को मौत हो चुकी है. पिछले 10 दिनों से राज्य में एक भी ब्लैक फंगस से मौत नहीं हुई है. राज्य में कोरोना संक्रमण को चौतरफा लाभ मिल रहा है. कोरोना और ब्लैक फंगस से होनेवाली मौत पर ठहराव आने के साथ ही नये संक्रमितों की संख्या में भी गिरावट हो रहा है. साथ ही संक्रमित जिलों की संख्या भी कम होने लगी है.
शुक्रवार को तो राज्य के सिर्फ सात जिलों में ही नये संक्रमित पाये गये. हर दिन एक्टिव केस की संख्या में भी गिरावट होने लगी है. ठीक होनेवालों की संख्या भी बढ़ रही है. राज्य में कोरोना के कारण अंतिम तीन लोगों की मौत 12 अगस्त को हुई थी. उस दिन राज्य में 47 पॉजिटिव केस थे जिसकी संख्या में गिरावट होकर शुक्रवार को 11 पर आ गयी है. कोरोना के आंकड़ों के माध्यम से इसके नियंत्रण को देखा जायेगा.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan