बिहार में कोरोना की तीसरी लहर अब तेजी से पूरे प्रदेश में पसर रही है. रोजाना बड़ी तादाद में कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं. राजधानी पटना की हालत सबसे गंभीर हैं जहां रोजाना हजारों कोरोना मरीज मिल रहे हैं. राज्य में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित भी दो दर्जन से अधिक मिल चुके हैं. इस बीच सोमवार यानी 10 जनवरी को सबसे अधिक मौत के मामले सामने आये. पहली बार एक दिन के अंदर 5 मौतें हुई. कोरोना से जिन मरीजों की मौत हुई है उनमें अधिकतर में एक समान बात निकलकर सामने आयी है.
बिहार में सोमवार को कोरोना ने 5 लोगों की जिंदगी को लील लिया. इन पांच मृतकों में एक 6 वर्षीय मासूम भी शामिल है जिसका इलाज पटना एम्स में चल रहा था. एम्स में कुल तीन कोरोना मरीजों की मौत सोमवार को हुई. जबकि आइजीआइएमएस व पीएमसीएच में एक-एक मरीज की मौत हुई. इन सभी मामलों में एक बात जो कॉमन निकलकर आ रही है वो ये है कि लगभग सभी मरीज किसी न किसी बीमारी के शिकार थे और उनका इलाज चल रहा था.
एम्स पटना में जिस छह वर्षीय बच्चे की मौत हुई, वह ब्रेन की गंभीर बीमारी से पीड़ित था.एक 50 वर्षीय मरीज, जिसने अपने पेट का ऑपरेशन कराया था, उसे गैंगरीन व किडनी से जुड़ी बीमारी थी. एक अन्य मरीज जिसकी मौत हुई वो 72 वर्ष का था और कैंसर बीमारी से पीड़ित था. मरीज कैंसर का इलाज करा ही रहा था और इस बीच वह कोरोना पॉजिटिव हो गया. वहीं आइजीआइएमएस में जिस 21 वर्षीय मरीज की मौत हुई वह सड़क दुर्घटना में घायल होकर इलाज करा रहा था. यानी बीमारी के साथ पॉजिटिव मरीजों की ही मौत हुई है.
गौरतलब है कि बिहार में अब सक्रिय केस की संख्या 20 हजार 938 हो गयी है. वहीं राजधानी पटना की बात करें तो सोमवार को यहां एक्टिव केस अब 11 हजार 707 हो गया. विगत 24 घंटे के अंदर 4737 और नये मामले जुड़ गये हैं. पटना में 2566 कोरोना मरीज और पाए गये. बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 95.59 बताया गया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan