पटना में सिर्फ केरल से आने वाले यात्रियों की हो रही जांच, महाराष्ट्र से आये संक्रमित भी बढ़ा सकते हैं संकट
केरल में कोरोना विस्फोट को देखते हुए बिहार सरकार ने वहां से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग सख्त कर दी गई है. लेकिन महाराष्ट्र में भी लगातार हालात बिगड़ रहे हैं और बिहार में वहां से आने वाले यात्रियों के लिए किसी भी तरह का निर्देश अभी जारी नहीं किया गया है.
केरल में कोरोना विस्फोट को देखते हुए बिहार सरकार भी अलर्ट हो चुकी है. वहां से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग सख्त कर दी गई है. कोरोना जांच रिपोर्ट और टीकाकरण सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है. लेकिन महाराष्ट्र में भी लगातार हालात बिगड़ रहे हैं और बिहार में वहां से आने वाले यात्रियों के लिए किसी भी तरह का निर्देश अभी जारी नहीं किया गया है.
देश के कई राज्यों में कोरोना के संकट फिर गहरा चुके हैं. केरल के हालात काफी अधिक बिगड़ चुके हैं. वहां से बिहार आने वाले यात्रियों पर कड़ी निगरानी का निर्देश दिया गया है. साथ ही अब फ्लाइट, बस, ट्रेन और टैक्सी के जरिये केरल से पटना आने वाले यात्रियों को आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही कोरोना वैक्सीन टीकाकरण सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है. आरटीपीसीआर रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी मान्य नहीं होगी.
पटना जिला प्रशासन ने गुरुवार को आदेश जारी किया है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम केरल से आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर बनाये हुए है. लेकिन अभी भी संक्रमण फैलने का खतरा कम नहीं हुआ है.दरअसल, जिन राज्यों में कोरोना के संकट फिर गहराए हुए हैं उनमें केवल केरल ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र भी शामिल है.
बता दें कि केरल के बाद अभी महाराष्ट्र में ही कोरोना के सर्वाधिक मामले सामने आ रहे हैं. वहां औसतन 5 हजार नये संक्रमित पाए जा रहे हैं. वहां से आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें बिहार आती हैं. जिसमें 10 हजार से अधिक यात्री का आना होता है. लेकिन बिहार प्रवेश करने के बाद केरल के यात्रियों की तरह महाराष्ट्र के यात्रियों के लिए जांच का कोइ निर्देश जारी नहीं किया गया है. अगर कोई संक्रमित यहां प्रवेश कर जाता है तो इससे संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ सकती है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan