बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने अब बड़ा फैसला लिया है. पटना के इंदिरा गांधी आयुर्वेदिक संस्थान में कोविड-19 के सभी मरीजों का मुफ्त इलाज किया जायेगा. इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी साथ ही दवा का सारा खर्च भी राज्य सरकार ही उठाएगी. पटना में कोरोना मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए मरीजों को राहत देने सीएम ने यह फैसला लिया है.
बिहार में कोरोना मरीजों को इस संकट के दौर में थोड़ी राहत जरुर मिली है. पटना में पिछले कई दिनों से अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा रहता है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिसे देखते हुए यह फैसला थोड़ा राहत दिलाने वाला है.
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर तेजी से डाॅक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को भी अपना शिकार बना रही है. शहर के विभिन्न अस्पतालों में मैनपावर कोरोना संक्रमित हो रहा है. इससे मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है.
आइजीआइएमएस में कोरोना की इस दूसरी लहर में अब तक करीब 106 डाॅक्टर, नर्स और दूसरे स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो चुके हैं. यहां से लगातार संक्रमित मिलते जा रहे हैं. दूसरी ओर पीएमसीएच में भी करीब 70 डाॅक्टर और करीब 55 नर्स समेत कई अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इतनी बड़ी संख्या में इनके संक्रमित होने से यहां का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है.
हालांकि इस दौरान एक अच्छी बात देखी जा रही है कि वैक्सीन लेने के कारण इनमें से न के बराबर लोग ही गंभीर रूप से बीमार हो रहे हैं. आइजीआइएमएस के 106 संक्रमित डाॅक्टरों और अन्य कर्मियों में से मात्र एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. वह भी इसलिए कि उनमें डायबिटीज अनियंत्रित है. अन्य सभी लोग घरों पर होम आइसोलेशन में है. ऐसे में माना जा रहा है कि वैक्सीन कारगर साबित हो रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan