Bihar Corona: बिहार में कोरोना का आंकड़ा डेढ़ साल पहले के बराबर, दरभंगा समेत 3 जिलों में मिले नये मरीज
बिहार में कोरोना के आंकड़े अब डेढ़ साल पहले के बराबर आ चुके हैं. सोमवार को सूबे में केवल 3 कोरोना मरीज पाए गए. वहीं वायरल बुखार के इलाज के लिए पटना में 10 बच्चे आए जिनमें दो को भर्ती कराया गया.
बिहार में कोरोना का संक्रमण करीब 18 माह पूर्व की स्थिति में पहुंच गया है. राज्य में सिर्फ तीन नये कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इसके पहले कोरोना के पहले फेज में 26 मार्च, 2020 को राज्य में पहली बार तीन नये कोरोना संक्रमित पाये गये थे.
सोमवार को बेगूसराय में एक, भोजपुर में एक और दरभंगा में एक नये कोरोना संक्रमित पाये गये. कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में एक लाख 12 हजार 942 सैंपलों की जांच की गयी. अब सिर्फ 56 कोरोना के एक्टिव केस रह गये हैं, जबकि रिकवरी रेट 98.66 प्रतिशत है.
इधर कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत राज्य में तीन लाख 87 हजार लोगों को टीका दिया गया. इसके साथ ही राज्य में पांच करोड़ 37 लाख 81 हजार से अधिक लोगों को पहली और दूसरी खुराक दे दी गयी है. राज्य में दूसरी खुराक लेनेवालों की संख्या भी एक करोड़ के पार कर गयी.
राज्य के जिन जिलों में सर्वाधिक टीकाकरण किया गया,उनमें मधुबनी जिले में 40,005, रोहतास जिले में 30,471, मुजफ्फरपुर जिले में 24,763, गोपालगंज जिले में 17,623 और पटना जिले में 16,826 लोग शामिल हैं. राज्य में सबसे कम 837 लोगों को टीका शिवहर जिले में दिया गया.
पटना जिले में सोमवार को 19 हजार 97 लोगों को वैक्सीन दी गयी. इसमें पहला डोज लेने वाले लोगों की संख्या छह हजार 438 है और दूसरा डोज लेने वाले लोगों की संख्या 12 हजार 659 है. अब तक पटना जिले में 47 लाख 93 हजार 172 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. इधर, मंगलवार को पटना जिले के सभी केंद्रों पर वैक्सीनेशन होगा.
पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के ओपीडी में सोमवार को 138 मरीज इलाज के लिए आये. जिसमें दस बुखार से पीड़ित थे. इसमें से दो को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. इसके अलावे आइजीआइएमएस में बुखार से पीड़ित 16 मरीज आये. इसी प्रकार, आइजीआइएमएम में ब्लैक फंगस से पीड़ित नौ मरीज एडमिट किये गये हैं.
पटना में बच्चों में वायरल फीवर के मामले बढ़ रहे हैं. प्रतिदिन जिले के चार बड़े अस्पतालों पीएमसीएच, एनएमसीएच, पटना एम्स व आइजीआइएमएस में करीब 250 मरीज आ रहे हैं. इनमें से करीब 60 वायरल फीवर के होते हैं.
खास बात यह है कि इन मरीजों में चार-पांच की हालत को देखते हुए एडमिट भी करना पड़ रहा है. बच्चों में बढ़ रहे वायरल फीवर के मामलों को लेकर अस्पताल प्रशासन भी सतर्क है और अगर उन्हें एडमिट कराने की जरूरत पड़ रही है तो तुरंत कार्रवाई की जा रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan