बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.बिहार कोरोना संक्रमण के मामले में पांच हजार का आंकड़ा अब पार कर चुका है. प्रदेश में बुधवार के 243 नए कोरोना मरीज पाए गए. इसके साथ ही बिहार में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5698 पहुच गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक कुल 34 कोरोना पॉजिटिवों की मौत हो चुकी है.
राज्य के सभी जिलों में 13 जून से कोरोना महामारी की जांच शुरू हो जायेगी. फिलहाल राज्य के 32 जिलों में कोविड-19 की जांच हो रही है. गुरुवार से दो और जिलों में जांच आरंभ होगी. बाकी के चार जिलों में 13 जून से जांच शुरू कर दिया जायेगा. अभी जिन छह जिलों में जांच नहीं हो पा रही है, उनमें सीतामढ़ी ,वैशाली, शिवहर, अररिया, शेखपुरा और समस्तीपुर शामिल है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार अपनी टेस्टिंग क्षमता बढ़ा रहा है.
लॉकडाउन के दौरान सभी तरह की गतिविधियां बंद थी, तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से 80 के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा था. इससे राजधानी की हवा स्वच्छ हो गयी थी. एक जून से अनलॉक शुरू होते ही वाहनों का परिचालन व आम लोगों की गतिविधियां शुरू हुई, तो शहर की हवा भी दूषित होने लगी है. बुधवार को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 रिकॉर्ड किया गया, जो संतोषजनक नहीं है.
बिहार से मॉनसून अब दूर नहीं है. अगले 100 घंटे इस दिशा में अहम होंगे. ओड़िसा में कम दवाब का केंद्र बन चुका है. इसकी वजह से पूरे बिहार में पुरवैया हवा बहने लगी है. पुरवैया हवा आसमान में सतह से पांच किमी ऊंचाई तक है. इसकी वजह से बंगाल की खाड़ी की नमी बिहार में आनी शुरू हो गयी है. इसी वजह से आंधी-पानी का पूर्वानुमान जारी किया गया है. आंधी-पानी का सबसे ज्यादा असर पूर्वी बिहार पर पड़ने की आशंका है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बिहार में मॉनसून आने के लिए उपयुक्त परिस्थितियां बनी हुई हैं. दरअसल पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून दस्तक दे चुका है.
पटना जिला में कंटेनमेंट जोन की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अब तक 38 कंटेनमेंट जोन हो चुके हैं. जिले में 29 मई तक मात्र 19 कंटेनमेंट जोन थे. लेकिन मात्र 11 दिन में 19 और कंटेनमेंट जोन बन गये. इसके साथ ही मात्र दो ही कंटेनमेंट जोन पाटलिपुत्र अंचल व पश्चिमी जजेज कॉलोनी आरपीएस मोड़ को 29 मई के बाद हटाया गया है. इसमें पटना सिटी अनुमंडल में 10, पटना सदर में 19, दानापुर में आठ व मसौढ़ी में एक है. इसके अलावे 13 से अधिक कंटेनमेंट जोन 29 मई से पहले हटाये जा चुके हैं. खाजपुरा के कंटेनमेंट जोन का क्षेत्र भी छोटा कर दिया गया है. विदित हो कि अंतिम कोरोना पॉजिटिव मिलने के 28 दिनों बाद कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाता है.