पटना : बिहार में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के दो नये मामले सामने आने के बाद राज्य में कोविड-19 से संक्रमित लोगों के मामले बढ़ कर 238 हो गयी हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शनिवार को बताया कि बक्सर जिला के नया भोजपुर में दो पुरुषों (35 एवं 67 वर्ष) में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इन लोगों के संपर्क में आये लोगों का पता लगाया जा रहा है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मुंगेर जिला निवासी एक मरीज और वैशाली जिला निवासी एक मरीज की मौत हो गयी थी. बिहार के कुल 38 जिलों में से 20 जिलों में कोविड-19 के मामले सामने आये हैं. बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले मुंगेर में सामने आये है. मुंगेर में 62, नालंदा में 34, सीवान में 30, पटना में 26, बक्सर में 22, बेगुसराय में नौ, कैमूर में आठ, रोहतास में सात, गया एवं भागलपुर में पांच-पांच, गोपालगंज एवं नवादा में तीन-तीन, सारण, बांका एवं औरंगाबाद में दो-दो तथा लखीसराय, वैशाली, भोजपुर, पूर्वी चंपारण एवं मधेपुरा में एक-एक मामला सामने आया है.
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, ओमान से लौटे सीवान निवासी एक मरीज के संपर्क में आये 23 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. वहीं कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक मरीज के संपर्क में आये 11 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस व्यक्ति की 21 मार्च को मौत हो गयी थी. बिहार में अब तक 16,050 नमूनों की जांच की जा चुकी है और कोरोना वायरस से संक्रमित 45 मरीज स्वस्थ हो गये हैं.
छपरा में अमनौर प्रखंड के भागवतपुर गांव में कोरोना संक्रमित मरीज की सूचना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इसके पूर्व भी इसुआपुर प्रखंड के चांदपुरा गांव में कोरोना का एक पॉजिटिव मिला था. जो इलाज के दौरान ठीक हो गया. इसके बाद सारण जिला ग्रिन जोन में आने ही वाला था. इसी बीच अमनौर के 65 वर्षीय मरीज के कोरोना पॉजिटिव मिलने तथा उसके संपर्क में 22 लोगों के आने की सूचना के बाद सिविल सर्जन मधेश्वर झा अपने टीम के अन्य पदाधिकारियों के साथ भागवतपुर पहुंच कर सभी लोगों को सदर अस्पताल में बनाये गये आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया.
हालांकि, आम लोगों में इस बात की चर्चाएं थी कि प्रशासन ने 27 लोगों की सूची तैयार की थी. परंतु, अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. वहीं विभाग ने इन सभी लोगों का सैंपल कलेक्ट करके जांच के लिए पटना भेज दिया है. बता दे कि कोरोना संक्रमण के कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. उसके संक्रमण के सूत्र का पता नहीं चल पा रहा है. फलत: स्वास्थ्य विभाग की टीम भी एलर्ट पर है. ऐसा बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व मरीज अपने इलाज के लिए पटना स्थित आइजीएमएस में भर्ती था. जिसका प्रशासन ने पूर्व में सेंपल भी लिया था. इस बीच गांव आ गया. जब जांच रिपोर्ट आयी तो, उसकी रिपोर्ट पॉजेटिव मिली. जिसे लेकर आम लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं है.