पटना : रविवार को पटना जिला में मिले 57 कोरोना पाजिटिव में सबसे बड़ी संख्या प्रवासियों की है. संक्रमितों में 33 प्रवासी, 23 बीएमपी जवान व उनसे संक्रमित जबकि एक एनएमसीएच की नर्स स्टाफ शामिल हैं. प्रवासियों में भी सर्वाधिक संख्या विशेषकर दिल्ली एवं गुजरात के प्रवासी श्रमिकों की है. डीएम कुमार रवि ने सभी प्रवासियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे गांव में सीधे प्रवेश नहीं करें बल्कि सरकारी व्यवस्था के तहत क्वारेंटिन नियमों के पालन हेतु कैंपों में ही रहें. उन्होंने बीएमपी के कमांडेंट को बीएमपी जवानों हेतु आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया.
पटना राज्य में अब सबसे ज्यादा कोरोना मरीज वाला जिला बन गया है. इसने संक्रमितों की संख्या में रविवार को मुंगेर को पीछे छोड़ दिया. पटना में संक्रमितों की संख्या 164 हो गयी है.इसमें अच्छी खासी संख्या प्रवासी मजूदरों की है. पटना में रविवार को जो 57 पाॅजिटिव मरीज पाये गये हैं, उनमें करीब 30 प्रवासी मजूदर हैं. प्रवासी मजूदरों में सबसे ज्यादा रविवार को बाढ़ के क्वारंटीन सेंटर में पाॅजिटिव मिले. यहां एक ही दिन में कुल 17 पाॅजिटिव मिले हैं. इसके बाद अथमलगोला से 12 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं. ये भी क्वांरटीन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजूदर हैं.इसके साथ ही बेलछी सेंटर से दो और फतुहा से भी एक पाॅजिटिव मिले हैं. क्वारेंटिन सेंटर में रह रहे हैं
पांच हजार प्रवासी मजूदरपटना के विभिन्न प्रखंडों में बनाये गये क्वारेंटिन सेंटरों में करीब पांच हजार प्रवासी मजूदर रह रहें हैं. जब भी इनका बड़े पैमाने पर सैंपल लिया जाता है, तो इनमें से अच्छी संख्या में पाॅजिटिव मरीज मिल जाते हैं. इनमें से सबसे ज्यादा दिल्ली से आने वाले हैं. वहीं महाराष्ट्र, गुजरात समेत अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर भी यहां रह रहे हैं. कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने पर अब इन्हें अनुमंडलीय अस्पताल में भी रखा जा रहा है. तबीयत बिगड़ने पर या गंभीर मरीज पाये जाने पर एनएमसीएच पटना रेफर किया जायेगा. आज लिया जायेगा मोकामा, बेलछी और खुसरूपुर से सैंपलआज बड़ी संख्या में मोकामा, बेलछी और खुसरूपुर के क्वारेंटिन सेंटरों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों का सैंपल लिया जायेगा.