राज्य में फिल्म सिटी और एफटीआइआइ की स्थापना की तैयारी कैलाशपति मिश्र,पटना कला और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार की प्रतिष्ठा को स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है.राज्य में फिल्म की शूटिंग हो और स्थानीय कलाकारों को मौका मिले, इसके लिए सरकार ने फिल्म प्रोत्साहन नीति बनायी गयी है, इसके तहत राज्य में फिल्म की शूटिंग करने वालों को तीस फीसदी तक सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है.फिल्म नीति बनने के बाद अब राज्य में फिल्म सिटी, एफटीआइआइ और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के बिहार चैप्टर की स्थापना की तैयारी है.इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र से मांग की है. वहीं,दूसरे राज्यों में बिहार महोत्सव की तैयारी चल रही है.फिल्म नीति के प्रचार-प्रसार के लिए फिल्म नगरी मुंबई में फिल्म कॉनक्लेव आयोजित करने की तैयारी है. बिहार में एफटीआइआइ के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना बिहार में भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआइआइ) क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की पहल फिल्म निर्माण, अभिनय, सिनेमैटोग्राफी, साउंड डिज़ाइन और एडिटिंग में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण के लिए की गयी है. इससे उभरते कलाकारों के कौशल क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी.साथ ही, प्रशिक्षकों,तकनीशियन और स्थानीय प्रतिभाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होगा. फिल्म महोत्सवों की मेजबानी से फिल्म निर्माताओं और पर्यटकों को आकर्षित किया जायेगा. बिहार में फिल्म स्टूडियो और लैबोरेटरी की स्थापना बिहार में फिल्म स्टूडियो और लैबोरेटरी की स्थापना का उद्देश्य राज्य को भारतीय फिल्म उद्योग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना है.यह प्री प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट-प्रोडक्शन प्रक्रियाओं के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा.इस तरह की सुविधाएं फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करेंगी, उत्पादन लागत को कम करेंगी. वहीं,सिनेमैटोग्राफी, एडिटिंग और विजुअल इफेक्ट्स जैसे क्षेत्रों में स्थानीय प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करते हुए रोजगार के अवसर पैदा करेंगी. यह क्षेत्रीय फिल्म निर्माताओं को बिहार की कहानियों और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले कंटेंट के निर्माण के लिए प्रेरित करेगी, जिससे भारतीय सिनेमा की विविधता को समृद्धि मिलेगी. बिहार नाट्य विद्यालय की स्थापना रंगमंच के क्षेत्र में कलाकारों को मंच देने के लिए बिहार राज्य संगीत नाटक अकादमी की स्थापना 1951 में हुई थी.शिक्षण एवं प्राचीन कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की तर्ज पर राज्य में राज्य नाट्य विद्यालय स्थापित की जाने का प्रस्ताव है.विद्यालय में राज्य के कला के क्षेत्र के रंग कर्मियो को प्रशिक्षण देगा और इस तरह राज्य की समग्र सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण और उनके विकास के लिए कार्य करेगा.यह विद्यालय एक सोसाइटी के स्वरूप में गठित होगा.इसमें विभाग के स्तर से एक अध्यक्ष और कला जगत से एक निदेशक रहेंगे.यह विद्यालय स्नातक के बाद परा स्नातक स्तर पर डिग्री या दो वर्षीय डिप्लोमा प्रदान करेगा, जिसमें प्रतिवर्ष दो सेमेस्टर के आधार पर चार वर्ष का पाठ्यक्रम होगा. मुंबई में होगा फिल्म कॉन्कलेव फिल्म नीति के प्रचार-प्रचार और फिल्म निर्माण से जुड़े निर्माता, निदेशक, कलाकारों और अन्य कर्मियों में जागरूकता पैदा करने के लिए अक्तूबर में पटना में फिल्म कॉन्कलेव का आयोजन किया गया था.इसी के अगले चरण में मुंबई में, फिल्म कॉन्कलेव आयोजित किया जायेगा. दो राज्यों में आयोजित होगा बिहार महोत्सव देश के अन्य राज्यों में बिहार की कला -संस्कृति और परंपराओं की प्रचार-प्रसार के लिए दो राज्य में बिहार महोत्सव आयोजित किया जायेगा. इसमें एक महोत्सव दक्षिणी राज्य तेलंगाना के हैदराबाद में आयोजित किया जायेगा. एक अन्य बिहार महोत्सव दिल्ली या किसी अन्य राज्य में किया जाना है. बिहार में सांस्कृतिक कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव बिहार में सांस्कृतिक कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव है. जिससे की क्षेत्र की पहचान और प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय फलक तक पहुंचेगी. इस कॉरिडोर में गया,नवादा, नालंदा, लखीसराय और भागलपुर सहित अन्य जिले शामिल होंगे. बिहार में राष्ट्रीय युवा उत्सव के आयोजन के लिए केंद्र को प्रस्ताव बिहार ने राष्ट्रीय युवा उत्सव को बिहार में आयोजित करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है, जो आगामी जनवरी, 2025 के बीच होना है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है