Bihar Crime: बड़े लूट कांडों में चोरी की बाइक का धड़ल्ले से इस्तेमाल, पुलिस अपराधी तो पकड़ रही, लेकिन नहीं बरामद हो रहे रकम
पटना में हर दिन करीब 15 से 20 बाइक व कार की चोरी होती है. एनसीआरबी के 2021 में सार्वजनिक किए गए आंकड़ों पर गौर करें 19 महानगरों की सूचि में वाहन चोरी के मामले में पटना दूसरे नंबर पर है. चोरी के इन बाइक व कारों से अपराधी चोरी और लूटपाट के धंधे को अंजाम दे रहे हैं. इनका इस्तेमाल शराब के धंधे में भी धड़ल्ले से किया जा रहा है.
- पटना में चोरी की बाइक से बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे अपराधी
- तीन करोड़ सोना लूट और 33 लाख कैश लूट मामले में भी चोरी की बाइक का ही हुआ है इस्तेमाल
- शराब के धंधे में भी हो रहा चोरी की बाइक का इस्तेमाल
- एनसीआरबी के आंकड़ों में 19 महानगरों की सूची में वाहन चोरी के मामले में पटना दूसरे स्थान पर
- पुलिस अपराधी तो पकड़ रही, लेकिन नहीं बरामद हो रहे रकम
Bihar Crime: पटना में चोरी की बाइक से बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. हाल के दिनों में दो बड़ी लूट की घटनाओं में चोरी की बाइक का ही इस्तेमाल किया गया है. पुलिस ने अपनी जांच में यह पाया कि दोनों घटनाओं में जिन चार बाइक का इस्तेमाल किया गया, उसपर फर्जी नंबर प्लेट लगे थे. इससे पुलिस को यह अंदेशा है कि चोरी की बाइक से घटना को अंजाम दिया गया, ताकि असली अपराधी तक पुलिस नहीं पहुंच सके. दो अप्रैल को गर्दनीबाग के साधानापुरी में पेट्रोल पंप मालिक से हथियार के बल पर 33 लाख कैश लूट लिया गया था. इस घटना में चाेरी की बाइक का इस्तेमाल हुआ. इससे पूर्व सात मार्च को डाकबंगला चौराहा के पास दिल्ली के कारोबारी से तीन करोड़ का सोना लूटा गया था, जिसमें बाइक सवार अपराधियों ने कारोबारी के बेटे को गोली मार दी थी. इसमें भी चोरी के बाइक का इस्तेमाल किया गया.
पटना में हर दिन होती है 15 से 20 बाइक-कार की चोरी, इसमें मात्र तीन से चार ही बरामद कर पाती है पुलिस
पटना में हर दिन करीब 15 से 20 बाइक व कार की चोरी होती है. एनसीआरबी के 2021 में सार्वजनिक किए गए आंकड़ों पर गौर करें 19 महानगरों की सूचि में वाहन चोरी के मामले में पटना दूसरे नंबर पर है. चोरी के इन बाइक व कारों से अपराधी चोरी और लूटपाट के धंधे को अंजाम दे रहे हैं. इनका इस्तेमाल शराब के धंधे में भी धड़ल्ले से किया जा रहा है. जिस रफ्तार में बाइक की चाेरी हाे रही है, उस तादाद में चाेराें की गिरफ्तारी नहीं हाे पा रही है. बाइक चाेर घर के पास लगी गाड़ी के साथ भीड़-भाड़ वाले इलाकाें व सार्वजनिक स्थानाें से बाइक चुराकर फरार हाे जा रहे हैं.
केस एक : डाकबंगला चौराहा के पास चोरी की बाइक का इस्तेमाल करते हुए चार अपराधियों ने सात मार्च को दिल्ली के कारोबारी से तीन करोड़ का सोना लूट लिया था. इसमें एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन सोना अब तक बरामद नहीं हुआ है. पुलिस ने जब सीसीटीवी के घटना में इस्तेमाल हुए बाइक के नंबर की छानबीन की, तो पता चला कि इसमें चोरी के बाइक का इस्तेमाल हुआ है. इस घटना में दो बाइक का इस्तेमाल हुआ था.
केस दो : गर्दनीबाग थाना के साधनापुरी में संजय कुमार से अपराधियों ने 33 लाख रुपए लूट लिए थे. इस घटना में दो बाइक का इस्तेमाल हुआ, जिसे चेक करने पर फर्जी नंबर लगा हुआ पाया गया. पुलिस को अंदेशा है कि इसमें भी चोरी की बाइक का इस्तेमाल किया गया. इस घटना के दौरान भी अपराधियों ने बीचबचाव करने आए एक व्यवसाई बजरंगी को गोली मार दी थी.
सफल उद्भेदन का पुलिस कर रही दावा, लेकिन लूटे हुए रकमों की अब तक नहीं कर पायी उगाही
उक्त दोनों केस में पुलिस इनके सफल उद्भेदन को लेकर खुद की पीठ थपथपा रही है, लेकिन दोनों हीं केस में अब तक लूटी गई रकम को पुलिस वापस नहीं ले पायी हैं. डाकबंगला चौराहे के पास सोना लूट की बात करें या गर्दनीबाग पेट्रोल पम्प मे पैसों की लूट, पुलिस इनमे किसी भी वारदात में उक्त रकम की उगाही नहीं कर पायी है. आलम ये है कि इन लूटकाण्डों के भुक्तभोगी व्यवसाई अब तक पुलिस थानों की खाक छानते फिर रहे हैं.
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