बिहार में दारोगा बहाली पर हाईकोर्ट के स्टे को लेकर संशय में चयनित अभ्यर्थी, मुख्यालय जाकर मांगी जानकारी
बिहार में 2446 दारोगा बहाली पर हाईकोर्ट का स्टे के दावे की पुख्ता जानकारी लेने बड़ी तादाद में चयनीत अभ्यर्थी आज पुलिस मुख्यालय पहुंचे.
बिहार में 2446 दारोगाओं की बहाली में चयनित अभ्यर्थी आज शुक्रवार को पटना स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचे. बहाली पर स्टे के दावे की हकीकत को जानने आज बड़ी संख्या में चयनीत अभ्यर्थी मुख्यालय पहुंचे. लंबे इंतजार के बाद कुछ अभ्यर्थियों को अंदर बुलाया गया और मामले से जुड़ी वार्ता हो सकी.
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने बिहार पुलिस और कारा एवं सुधार सेवाओं के अधीन दारोगा, सार्जेंट और सहायक जेल अधीक्षक के कुल 2446 पदों पर बहाली निकाली थी. अंतिम चरण को पास करने के बाद चयनीत अभ्यर्थियों में सहायक जेल अधीक्षक के पद पर ज्वाइनिंग दे दी गई है. लेकिन बचे हुए अभ्यर्थी लंबे समय से अपनी ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मेरिट नंबर को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने रिजल्ट को चैलेंज किया था, जिसका पक्ष अधिवक्ता रितिका रानी अदालत में रख रही थीं.
बुधवार को अधिवक्ता रितिका रानी ने मीडिया के सामने यह दावा किया कि पटना हाईकोर्ट ने इस बहाली पर अभी स्टे लगा दिया है. जिसके बाद चयनीत अभ्यर्थी संबंधित ऑर्डर की कॉपी का इंतजार करते रहे. 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आयोग के तरफ से कोई जानकारी अभ्यर्थियों को नहीं मिली तो इसकी पुख्ता जानकारी लेने अभ्यर्थी शुक्रवार को मुख्यालय पहुंचे.
मुख्यालय पहुंचे अभ्यर्थी शांतिपूर्ण तरीके से सड़क किनारे जमे रहे. अभ्यर्थी मुख्यालय से ये जानकारी लेना चाह रहे थे कि इस स्टे की हकीकत क्या है. और उनके ट्रेनिंग/ज्वाइनिंग को लेकर आगे की क्या प्रक्रिया होगी. लंबे इंतजार के बाद कुछ अभ्यर्थियों को शाम 5 बजे के करीब अंदर जाने की इजाजत दी गई.
मुख्यालय गये कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि मुख्यालय में एक वरीय अधिकारी ने इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों से बात की. अधिकारी ने उन्हें बताया कि स्टे की जानकारी सामने आई है लेकिन उनके पास इसकी कोई जानकारी लिखित रुप से या पत्र के माध्यम से नहीं भेजी गयी है. पूरी जानकारी सामने आने के बाद ही आगे इसपर कुछ कहा जा सकता है.
Published By: Thakur Shaktilochan