इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड को लेकर शनिवार को डीजीपी एसके सिंघल पटना एसएसपी कार्यालय पहुंचे. उनके साथ तीन एडीजी स्तर के पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. बिहार डीजीपी ने दावा किया कि अगर बीते दो-तीन माह की घटनाओं को देखा जाये तो अधिकांश मामलों में 24 से 48 घंटे के बीच घटना के कारणों का खुलासा हुआ है. आरोपितों की गिरफ्तारियां हुई हैं. उन्होंने कहा कि कुछ मामले बहुत उलझे हुए होने के कारण अब तक हल नहीं हो पाये हैं. मगर, इन मामलों में भी देर-सबेर खुलासा कर दिया जायेगा.
डीजीपी ने कहा कि दरभंगा सोना लूट कांड में 20-25 दिन रात की मेहनत के बाद असली आरोपितों को लूट के सामान के साथ पकड़ा गया. डीजीपी के पटना एसएसपी कार्यालय में आकर अब तक हुई कार्रवाई की समीक्षा के बाद माना जा रहा है कि पुलिस रूपेश हत्याकांड का खुलासा जल्द कर देगी. पुलिस को अहम सुराग लग चुके हैं. एसटीएफ भी कई जगहों पर छापेमारी कर संदिग्धों को उठा रही है. अब कोशिश है कि पुलिस खुलासे में जो भी थ्योरी सामने लेकर आये. वो सटीक व सही हो. पुलिसिया जांच पर कोई सवाल नहीं खड़ा करे. इसलिए फुल प्रूफ हो कर घटना का उद्भेदन किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि मीडिया या अन्य कोई भी लोग हैं जो कहते हैं कि क्राइम का ग्राफ बढ़ गया है. लेकिन मैं डेटा पर बात करता हूं. केवल 2019 में क्राइम का ग्राफ बढ़ा था. इसकी कोई बात नहीं करता. मैंने जब से डीजीपी का पद संभाला है उसकी बात करिये न. इसके अलावा 2019 में क्राइम का ग्राफ क्यों बढ़ा ? इसके बारे में तो कोई बात नहीं करता. अन्य राज्यों के अपेक्षा बिहार में क्राइम का ग्राफ काफी कम है. चाहे वह हत्या, लूट, रेप या फिर कोई अन्य मामले में हो.
डीजीपी ने कहा कि पुलिस की जिम्मेदारियों के बारे में लोग बहुत सवाल करते हैं. लेकिन मैं कह रहा हूं कि अभिभावक अपने बच्चे व शिक्षक अपने छात्रों पर भी विशेष नजर रखें. अगर कोई बच्चा गलत डायरेक्शन में जा रहा है या नशे के चक्कर में पड़ रहा है तो उसे वहीं रोके, समझाएं और यह जिम्मेदारी अभिभावक व शिक्षक की है.
Posted By :Thakur Shaktilochan