बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने शुक्रवार को आइजी सेंट्रल गरिमा मल्लिक के दफ्तर में पुलिस पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में आइजी, एसएसपी समेत सभी एसपी शामिल हुए. अपराध पर अंकुश लगाने सहित अन्य मुद्दों पर डीजीपी ने दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि गश्ती का मतलब सिर्फ गाड़ी का लाइट जलाकर खड़ा रहना या फिर क्षेत्र में घुमना नहीं. संदिग्ध लोगों को रोकना, सत्यापन करना, संवेदनशील इलाकों में चेकिंग करना आदि है.
वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस पर फायरिंग करने वाले अपराधियों का एनकाउंटर होगा. अपराधियों की गोली चलती है तो पुलिस को यह पूरी छूट दी गयी है कि आत्मरक्षा में गोली चलाये. पुलिस पर अपराधियों द्वारा गोली चलाने वाले बख्शे नहीं जायेंगे. उन्होंने कहा कि जब पुलिस सक्रिय होगी तो अपराधियों से मुठभेड़ होने की संभावना अधिक है. ऐसे में गोलियां चलेंगी.
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जेल से छूटने वाले अपराधियों पर पुलिस रखे नजर
डीजीपी ने समीक्षा बैठक के दौरान पटना में अपराध की स्थिति पर चर्चा की. पटना के पुलिस अधिकारियों को निर्देश भी दिया कि जेल से छूटने वाले अपराधियों पर पुलिस की नजर रहे. गश्ती को भी प्रभावी तरीके से लागू करने का उन्होंने निर्देश दिया. साथ ही पुलिस अधिकारियों को कहा कि वे अपराध पर अंकुश लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करें.
कांडों के अनुसंधान के त्वरित और वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि गंभीर कांडों का उद्भेदन पूरे साक्ष्य के साथ किया जाए. डीजीपी ने कहा कि हर हाल में अपराधियों पर अंकुश लगाना होगा.
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