बिहार में डबल मर्डर: पटना में भाला घोंप कर चाचा और भतीजे की हत्या, ईंट रखने को लेकर हुआ था विवाद
पटना के अथमलगोला थाना क्षेत्र में दो पक्षों में हुए जमीन विवाद में बुधवार की देर शाम चाचा-भतीजे की भाला घोंप कर हत्या कर दी गयी. ईंट रखने को लेकर हुए विवाद में बात इतनी बढ़ गई की एक पक्ष ने दूसरे पर भाला से हमला कर दिया.
अथमलगोला थाना के जमालपुर बड़हिया गावं में दो पक्षों में हुए जमीन विवाद में बुधवार की देर शाम चाचा-भतीजे की भाला घोंप कर हत्या कर दी गयी. दो लोगों की हत्या की सूचना पुलिस को घंटों बाद पता चली जब अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को स्थानीय लोगों ने जानकारी थी तो अथमलगोला थाना की नींद खुली.
ईंट रखने को लेकर हुआ विवाद
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक की जमीन पर उसके ही गोतिया मन्ने सिंह ने ईंट का ढेर रखवा दिया था, जिसे देखने के बाद 28 वर्षीय रत्नेश सिंह उर्फ कैलू अपने भतीजे रोशन व अन्य परिजनों के साथ ईंट हटाने के लिए कहने गये थे. इसी क्रम में हुई कहासुनी में मारपीट शुरू हो गयी. तभी अचानक दूसरे पक्ष के लोगों ने भाले से वार कर दिया, जिसमें गंभीर रूप से जख्मी 18 वर्षीय रोशन कुमार ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि रत्नेश कुमार की इलाज के लिए ले जाने के दौरान मौत हो गयी. वहीं एक अन्य युवक को भी गंभीर चोटें आयी है. जिसका इलाज बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में कराया जा रहा है.
जमीन को लेकर था विवाद
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी है. एक तरफ लाश का पोस्टमार्टम कराये जाने की तैयारी चल रही है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस छापेमारी करने में जुट गयी. परिवार के लोगों के ही बीच जमीन विवाद था जिसको लेकर घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस हर एंगल से अनुसंधान करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने में जुट गयी है.
चाचा की होने वाली थी शादी
अथमलगोला थाना क्षेत्र की कल्याणपुर पंचायत के जमालपुर गांव में चाचा-भतीजे की हुई निर्मम हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. एक तरफ रत्नेश चाचा की शादी हाल ही में होने वाली थी जिसकी तैयारी में परिजन जुटे हुए थे वहीं रोशन बीए में पढ़ाई कर रहा था और अपने परिवार के लिए बेहतर करना चाह रहा था.
Also Read: Bihar News: राज्यसभा की 1 सीट पर 30 मई को वोटिंग, जानें क्यों हो रही वोटिंग
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
रोशन के बारे में बताया जाता है कि वह पढ़ने लिखने में बहुत ही मेधावी था और उसका लक्ष्य भी बहुत ऊंचा था, लेकिन परिवार और पिता का अब हौसला टूट सा गया है. चाचा-भतीजे की हत्या से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं महिलाएं भी माथा पटक-पटक कर रोते-बिलखते नजर आयीं. स्थानीय जनप्रतिनिधि और बुद्धिजीवी किसी तरह रोशन के पिता को ढांढ़स बनाने में जुटे रहे, लेकिन आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था.