Bihar Earth Day Latest Bihar News Update in HIndi पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को कहा है कि ‘मिशन 2.51 करोड़’ के तहत नौ अगस्त तक राज्य में तीन करोड़ 47 लाख रिकॉर्ड पौधारोपण किया गया. उन्होंने इसके लिए मनरेगा, जीविका समूह, वन व उद्यान विभाग, कृषि वानिकी के किसानों, पैरामिलिट्री फोर्सेस, लोकउपक्रमों, सरकारी विभागों, सामाजिक संस्थाओं सहित सभी भागीदारों को धन्यवाद दिया है.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण, लाॅकडाउन, एक दर्जन से ज्यादा जिलों में भीषण बाढ़ के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बावजूद जनसहयोग से लक्ष्य का 138 प्रतिशत प्राप्त किया गया. उन्होंने कहा कि इस अभियान को 31 अगस्त, 2020 तक विस्तारित किया गया है. वहीं अगले साल पांच करोड़ से ज्यादा पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया जायेगा.
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ‘मिशन 2.51 करोड़’ के तहत नौ अगस्त तक 10 हजार से अधिक स्थानों पर पौधारोपण किया गया. इनमें मनरेगा द्वारा एक करोड़ 27 हजार, जीविका समूह द्वारा 67 लाख 90 हजार, उद्यान विभाग द्वारा 10 लाख 42 हजार और वन विभाग, पैरामिलिट्री फोर्सेस, विभिन्न संस्थानों व सामाजिक संस्थाओं द्वारा एक करोड़ 68 लाख पौधे लगाये गये हैं.
पौधारोपण के बारे में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा कृषि वानिकी योजना के अंतर्गत 17 लाख 18 हजार पौधे किसानों द्वारा अपनी भूमि पर लगाये गये हैं. इसके साथ ही उद्यान विभाग द्वारा गुणवत्ता युक्त फलदार वृक्षों के 10 लाख 42 हजार पौधे का वितरण किसानों को बागवानी मिशन के तहत किया गया. वहीं, जीविका दीदियों द्वारा अपने घर के आस-पास आंगन या दरवाजे पर आम, अमरुद्ध, कटहल,नींबू, जामून जैसे फलदार वृक्षों के सभी जिलों में कुल 67.90 लाख पौधे लगाये गये हैं. उन्होंने कहा कि मिशन 2.51 का अभियान अगले 31 अगस्त 2020 तक जारी रहेगा, जिसके तहत इच्छुक व्यक्ति वन व उद्यान विभाग की नर्सरी से पौधे प्राप्त कर उसका रोपण कर सकेंगे.
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार के निर्देश पर आज कृषि, पशुपालन व मत्स्य संसाधन विभाग के राज्य के सभी कार्यालय परिसरों तथा राजकीय कृषि प्रक्षेत्रों में वृक्षारोपण किया गया. कृषि विभाग के राज्य के मुख्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने वृक्षारोपण किया. इस अवसर पर कृषि विभाग के सचिव डॉ. एन. श्रवण कुमार द्वारा भी पौधरोपण किया गया. कृषि मंत्री ने सभी नागरिकों से अपील किया है कि वे कम-से-कम एक पेड़ अवश्य लगायें एवं उसके बड़े होने तक उसकी देख-रेख करने की जिम्मेदारी उठायें.
मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना के माध्यम से बिहार के पर्यावरण को विष्व स्तर के मानकों के अनुरुप करने का निश्चय किया है. उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर मानव का अस्तित्व पेड़ों से ही है, पेड़ों के कारण ही पृथ्वी मनुष्यों के जीवन जीने के लिये सबसे उपयुक्त स्थान है. इसलिए हमें कम-से-कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिये. पेड़ लगाने के बाद उसे अपना नाम देकर उसकी देखभाल करने से वह पेड़ न केवल आपके नाम को अमर कर देता है अपितु आपके बाद आने वाली पीढ़ियों की भी सेवा करता है.
बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर रविवार को बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री ने अपने आवास पर वृक्षारोण किया. उन्होंने कहा कि हम सभी को पृथ्वी की सेवा करनी चाहिए, जिससे वातावरण में होने वाले आमूलचूल परिवर्तन से समस्त मानव जाति को हम लोग बचा सके हैं. उन्होंने वृक्षारोपण कर सरकार द्वारा लक्षित 2.51 करोड़ पौधारोपण अभियान में भी अपना योगदान दिया. बिहार पृथ्वी दिवस पर अपने राज्य को स्वच्छ, हरा-भरा, प्रदूषण रहित बनाने के लिए कम से कम एक पेड़ लगाने एवं उसका पोषण करने का संकल्प लेने की अपील की.
राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर रविवार को अपने आवास में पौधारोपण किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पौधारोपण के बाद ट्वीट कर उन्होंने कहा कि पृथ्वी हमारे शब्दों, सांस लेने और शांतिपूर्ण कदमों को आनंदित करती है. हर सांस, हर शब्द और हर कदम को धरती मां पर गर्व करना चाहिये.
छात्र जदयू के प्रभारी व पूर्व विधान पार्षद डॉ रणबीर नंदन ने रविवार को बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर अपने आवास पर आम के पौधे का रोपण किया. इस दौरान उन्होंने सभी बिहार वासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि यह आम का पौधा न सिर्फ फलदायक है बल्कि जीवनदायक भी है. पौधों का महत्व हमारे जीवन में कहीं अधिक है. उन्होंने कहा कि पौधारोपण के साथ पेड़ों का संरक्षण भी छात्र जदयू की प्राथमिकता में है. इसके लिए छात्र जदयू का हर कार्यकर्ता संकल्पित है. डॉ. नंदन ने कहा कि धरती को बचाना है तो हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि जल-जीवन-हरियाली से पर्यावरण और नयी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा.
बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर रविवार को राज्यभर में जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पौधारोपण किया. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत इस कार्यक्रम में पार्टी नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. राजधानी पटना में जदयू के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में पार्टी के पूर्व मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद ललन सर्राफ, डॉ रणबीर नंदन, प्रदेश महासचिव नवीन कुमार आर्य और अनिल कुमार ने अपने-अपने आवास में एक-एक पौधा लगाया. प्रदेश पदाधिकारियों का कहना है कि पौधारोपण के आंकड़ों और संख्या की जानकारी दो-तीन दिनों में मिल सकेगी.
बिहार पृथ्वी दिवस के मौके पर राज्य के भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर पाटलि वृक्ष का वृक्षारोपण किया. डॉ. चौधरी ने लोगों से आह्वान किया कि पृथ्वी दिवस के दिन पर्यावरण बचाने का संकल्प लें. एक समय में पटना की पहचान के रूप में जाना जाने वाला वर्षों पुराना पाटलि वृक्ष से ही पाटलिपुत्र शहर अस्तित्व में आया. कभी यहां पाटलि वृक्ष के जंगल होते थे. समय के साथ पाटलिपुत्र शहर का नाम बदलकर पटना कर दिया गया और पाटलि के पेड़ भी कम होते गये. सम्राट अशोक के समय में पाटलि के पेड़ों को कई जगहों पर लगाया गया था जिसके बीज से निकलने वाले पौधे आज भी पटना में कई जगहों पर पाटलिपुत्र के इतिहास को दर्शा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम सभी की जिम्मेवारी है कि पौधा लगायें और उसे बचायेें भी ताकि पर्यावरण की रक्षा की जा सके. डॉ. चौधरी ने कहा कि पर्यावरण और मौसम को ठीक रखने के लिए अधिक से अधिक पौधा लगाने और उसे बचाने की जरूरत है. यदि हर व्यक्ति एक पौधा लगाएगा और उसकी सही देखभाल करेगा तो बिहार ही नहीं बल्कि पूरा देश हमेशा प्राकृतिक आपदाओं और सूखे की मार से बचा रहेगा. इस अवसर पर मंत्री डॉ. चौधरी ने समाज के सभी वर्गों, राजनीतिक दल, सामाजिक कार्यकर्ताओं, किसान-मजदूर, छात्र और नौजवानों से विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर पौधारोपण करने का आह्वान किया और कहा कि पृथ्वी की रक्षा के लिए ये बेहद जरूरी है. इस अवसर पर उनके साथ युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव सह राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रंजीत कुमार झा भी मौजूद थे.
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