Bihar Education : पटना. बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी डॉ एस सिद्धार्थ ने जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का पदभार संभाला है, तब से वे अपने ढंग से राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं. सरल और सौम्य स्वभाव के लिए चर्चित बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थका एक अनोखा अंदाज शुक्रवार को सामने आया. एसीएस नालंदा के नूरसराय के सरदारबिगहा स्कूल में बिना तामझाम के अकेले पहुंच गए और सामान्य व्यक्ति के रूप में प्रार्थना की कतार में शामिल हो गए. लेकिन, कुछ शिक्षकों ने उन्हें पहचान लिया.
स्कूल में बच्चों से की बात
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ शुक्रवार को अचानक नालंदा के नूरसराय के सरदार बीघा स्कूल पहुंचे. स्कूल तक पहुंचने से पूर्व उन्होंने सरकारी वाहन को काफी पहले रोक दिया और अकेले सरदार बिगहा स्कूल पहुंचे गए. इस वजह से शुरुआत में एसीएस के आने का पता किसी को नहीं चला, लेकिन एक शिक्षक का ध्यान जब एसीएस पर गया तो शिक्षा विभाग के सबसे बड़े अधिकारी को देख सभी चौंक गए. उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया. एसीएस बच्चों और शिक्षकों से रूबरू हुए विद्यालय में पठन पाठन समेत सभी प्रकार की व्यवस्था का जायजा लिया.
विभागीय अधिकारियो में खलबली
उन्होंने बच्चों से शिक्षा, सुविधा, एमडीएम, नया मेनू, अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी छात्रों के साथ साथ शिक्षकों से ली. इस दौरान बच्चों से उन्होंने घुल मिलकर बात की. एस सिद्धार्थ ने बच्चों से स्कूल के बारे में जानकारी लेनी शुरू कर दी. एस सिद्धार्थ ने बच्चों से की सवाल किए. स्कूल में साफ सफाई कम होने पर एसीएस ने बच्चों को इसकी महत्ता बतायी. साथ ही, नियमित रूप से सफाई करने व कराने का आदेश दिया. एसीएस के अचानक पहुंचने की खबर सोशल मीडिया और फोन के माध्यम से फैल गई. यह जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत विभाग के अन्य अधिकारी आनन फानन में नूरसराय पहुंचे.
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