पटना : अक्तूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों की संख्या 72 हजार से बढ़ कर एक लाख छह हजार से अधिक हो जायेगी. कोरोना संकट के कारण चुनाव आयोग प्रति मतदान केंद्र एक हजार वोटर के हिसाब से 33 हजार 797 नये बूथों की स्थापना पर सहमत हो गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी जिलाधिकारियों द्वारा बूथों का भौतकि सत्यापन कराया गया है.
उसके बाद नये बूथों की संख्या सामने आयी है. राज्य में ग्रामीण क्षेत्र में कुल 64485 बूथ गठित हैं, जबकि शहरी क्षेत्र में 8238 बूथ स्थापित हैं. विधानसभा चुनाव 2020 के लिए एक लाख छह हजार 520 बूथों का उपयोग किया जा सकेगा. नये बूथों के गठन का प्रस्ताव निर्वाचन आयोग को भेजा जायेगा. इससे मतदान में लोगों को सहूलियत होगी.
राज्य में वर्तमान में 72723 बूथ गठित किये गये हैं. कोविड -19 को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि एक हजार मतदाताओं पर एक बूथ का गठन किया जायेगा. एक हजार से अधिक मतदाता होने पर उसके साथ सहायक बूथ बनाया जायेगा. राज्य के ग्रामीण इलाकों में 1400 पर एक बूथ, जबकि शहरी इलाकों में 1200 मतदाताओं पर एक बूथ का गठन किया गया था. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी जिलों को बूथों के सत्यापन का निर्देश दिया गया था.
बूथों के सत्यापन के बाद जिलों द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार प्रति हजार पर एक बूथ के गठन के बाद राज्य में 33 हजार 797 नये बूथों के गठन की आवश्यकता होगी. आयोग ने निर्देश दिया है कि सहायक मतदान केंद्रों की क्रम संख्या वही होगी जो मूल मतदान केंद्र की है. उसके बाद क, ख आदि सहायक बूथ जोड़ा जायेगा. यथा व्यवहार्य रूप से सहायक बूथ मूल मतदान केंद्र के भवन या परिसर में अवस्थित होगा. नये गठित होनेवाले सहायक बूथों की अगली क्रम संख्या नहीं दी जायेगी चाहे वह दूसरे भवन में ही अवस्थित क्यों न हो.