Bihar Election 2020: तेजस्वी के बाद पप्पू यादव भी चिराग के समर्थन में उतरे, बोले- भाजपा को वंचित समाज देगा करारा जवाब
Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए में होने और न होने के बीच अलग थलग पड़े लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान के सपोर्ट में तेजस्वी यादव के बाद अब जाप संयोजक पप्पू यादव भी उतर आए हैं. उन्होंने कहा है कि दिवंगत रामविलास पासवान का इस्तेमाल करने वाली भाजपा अब चिराग जी का इस्तेमाल कर दूध की मक्खी की तरह फेंकना चाहती है.
Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए में होने और न होने के बीच अलग थलग पड़े लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) के सपोर्ट में तेजस्वी यादव के बाद अब जाप संयोजक पप्पू यादव भी उतर आए हैं. उन्होंने कहा है कि दिवंगत रामविलास पासवान (ram vilas paswan) का इस्तेमाल करने वाली भाजपा अब चिराग जी का इस्तेमाल कर दूध की मक्खी की तरह फेंकना चाहती है.
दिवंगत रामविलास पासवान का इस्तेमाल करने वाली भाजपा अब चिराग जी का इस्तेमाल कर दूध की मक्खी की तरह फेंकना चाहती है।
वंचित समाज और बिहार भाजपा को देगा इसका करारा जवाब!
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) October 19, 2020
बता दें कि इससे पहले राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) ने सोमवार को सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने चिराग पासवान के साथ जो किया वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि चिराग को अपने पिता की जरूरत पहले से ज्यादा इस समय है. उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान जी हमारे बीच नहीं हैं और हम इससे दुखी हैं. नीतीश कुमार ने चिराग पासवान के साथ अन्याय किया.
पप्पू यादव को लगा बड़ा झटका, 11 के नामांकन रद्द
जन अधिकार पार्टी (जाप) के 11 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीडीए के संयोजक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि यह सब एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है. पप्पू यादव ने बरौली और हाजीपुर से अपने उम्मीदवारों का नामांकन रद्द किए जाने को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
बता दें कि प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (पीडीए) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और जन अधिकार पार्टी(JAP) सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र से कल 20 अक्तूबर मंगलवार को नामांकन करेंगे. इससे पहले खबर आयी थी कि मधेपुरा से लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे.
Posted by: Utpal Kant