Bihar Election पटना. प्रभात खबर की ओर से शहर के आर्केड बिजनेस कॉलेज में सोमवार को मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस आयोजन का मकसद युवाओं को मतदान के प्रति जागरूक करना था. मौके पर पहली बार वोट करने वाले नौजवानों ने वोट के मूल्यों को समझा. जागरूकता कार्यक्रम में युवा मतदाताओं को मतदान के महत्व, वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने से लेकर चुनाव संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गयीं. कार्यक्रम में जिला प्रशासन की ओर से मुख्य वक्ता जिला जनसंपर्क पदाधिकारी लोकेश कुमार झा ने नये वोटरों के साथ चुनाव संबंधित कई जानकारियां साझा की. प्रभात खबर की ओर से वरीय संवाददाता व छायाकार मौजूद रहे.
वोट प्रतिशत बढ़ाने में योगदान दें युवा : लोकेश झा
कार्यक्रम में डीपीआरओ लोकेश झा ने बताया कि अगर कोई वोट नहीं करता, तो उसे ही वोट नहीं करने का नुकसान उठाना पड़ता है. उन्होंने बताया कि साल 2019 में जम्मू कश्मीर के बाद सबसे कम मतदान बिहार में हुआ था. जबकि, बिहार में वोटरों की संख्या 7.64 करोड़ हो गयी है. ऐसे में वोट का प्रतिशत अन्य राज्यों से अधिक करने के लिए सभी वोटरों को वोट करने के लिए मन में ठान लेना होगा. पटना जिले की जनसंख्या करीब 71 लाख है. इसमें 49 लाख वोटर हैं. अगर 35 लाख लोग भी वोट करें, तो शानदार रिजल्ट रहेगा. उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आने वाले कल का भविष्य आप लोग ही हैं. जिनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, जल्दी से ऑनलाइन या ऑफलाइन जुड़वा लें. अगर आपके पास मतदाता पहचान पत्र न भी रहे, तो ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट जैसे 12 दस्तावेजों की मदद से मतदान कर सकते हैं. डीपीआरओ ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिये.
युवाओं से देश का विकास हो सकता है
कार्यक्रम में बीसीए की छात्रा वैष्णवी ने बताया कि शिक्षा व रोजगार से ही युवा और युवाओं से देश का विकास हो सकता है. महिला स्वावलंबन बहुत जरूरी है. इसके लिए प्रायोगिक व एआइ पर आधारित शिक्षा नीति व राज्य में बेहतर संस्थान होने से समाधान हो सकता है. ऐसे में जिन नेता के एजेंडे में हमारी बातें होगी, उन्हें हम वोट करेंगे. वहीं कृतम ने कहा की महंगाई, अपराध व गरीबी सबसे बड़ी समस्या है. महिला सुरक्षा पर भी काम होना चाहिए. ये बेसिक मुद्दे हैं.
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने पूछे प्रश्न
- अंकित शर्मा : वोटर लिस्ट में नाम कैसे जुड़ता है. मतदान केंद्र कैसे निर्धारित होता है?
- भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अब साल में चार बार विशेष सारांश पुनरीक्षण (एसएसआर) शुरू किया है. आप ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं. बाकी, आपके निवास स्थान से दो किमी रेडियस के भीतर मतदान केंद्र निर्धारित किया जाता है. इसमें 1549 मतदाता की संख्या अधिकतम होती है. वहीं,अब एडवांस में भी आप 17 साल के बाद आवेदन कर सकते हैं.
- रचित सिंह : जहां से हम हैं, क्या वहीं से बूथ केंद्र चेंज करा सकते हैं?
- बिल्कुल, आपके पास यह भी सुविधा उपलब्ध है. भारत निर्वाचन आयोग के फॉर्म-8 को भर कर बदल सकते हैं. वर्तमान में कहीं भी रह रहे हैं. परंतु, जिस स्थान को सोने के लिए प्रयोग कर रहे हैं. बूथ केंद्र चेंज कराने के बाद वहां आप मतदान कर सकते हैं.
- रागिनी कुमारी : वोट देना जरूरी है. पर किस नेता को दें यह कैसे समझें. क्योंकि, वादे तो सभी करते हैं. वोट न भी दें तो क्या अफसोस?
- साल 1947 से देश में काफी बदलाव हुआ है. साथ ही आपके क्षेत्र के विकास करने में आपके मुद्दों पर जो खरा उतर रहा है उसे आप वोट दें. बाकि, आप वोट न करें तो नेता को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हार-जीत तो होना ही है. परंतु, आपके पसंद के नेता नहीं आयेंगे. जबकि, आपके सही वोट से समाज की फिजा बदल जायेगी.