21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार के इन 5 कुख्यात अपराधियों का इस साल हुआ एनकाउंटर, STF ने दूसरे राज्यों में भी जाकर किया ढेर…

बिहार के 5 कुख्यात अपराधियों का इस साल एनकाउंटर सुर्खियों में रहा. STF ने अलग-अलग जिलों में ही नहीं बल्कि बिहार से बाहर जाकर भी इन्हें ढेर किया. जानिए सभी घटनाओं को....

Bihar Encounter News: बिहार के कुख्यातों के एनकाउंटर का सिलसिला जारी है. पटना में शुक्रवार की रात को एसटीएफ ने कुख्यात अपराधी अजय राय को मार गिराया. पटना में 6 साल के बाद एनकाउंटर का यह दूसरा मामला है. इससे पहले 2018 में एसटीएफ ने पटना में कुख्यात मुचकुंद को ढेर किया था. वहीं इस साल यानी 2024 में बिहार के कई कुख्यातों को STF ने अलग-अलग जगहों पर हुए मुठभेड़ में मौत के घाट उतारा है. बिहार से बाहर अन्य राज्यों में भी कई एनकाउंटर हुए जहां बिहार के कुख्यात अपराधी मारे गए. साल के अंत में भी पटना में मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी को मार गिराया गया है.

पटना में कुख्यात अजय राय ढेर

पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में 13 दिसंबर 2024 यानी शुक्रवार की रात को एसटीएफ ने एक मकान को घेर लिया जिसमें कुख्यात लुटेरा अजय राय छिपा हुआ था. एसटीएफ पर उसने गोलीबारी की और उसके बाद जवाबी कार्रवाई में अजय राय ढेर हो गया. उसे एसटीएफ के जवानों ने गोलियों से छलनी कर दिया. अजय राय पर आधा दर्जन बैंक लूट, अपहरण आदि के मामले दर्ज थे. हरियाणा में भी उसपर केस दर्ज था. एसटीएफ को लंबे समय से उसकी तलाश थी. शुक्रवार को वह मारा गया.

ALSO READ: पटना में 6 साल बाद फिर हुआ एनकाउंटर, STF ने कुख्यात मुचकुंद को भी अजय राय की तरह ही किया था ढेर

यूपी में मारा गया था बिहार का कुख्यात नीलेश राय

बिहार के कई अन्य कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर इस साल हुआ. ये एनकाउंटर बिहार के अलग-अलग जिलों में और बिहार से बाहर दूसरे राज्यों में भी हुए. इसी साल जून महीने में बेगूसराय के मोस्ट वांटेड नीलेश राय को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ढेर कर दिया गया था. उसे बिहार और नोएडा की एसटीएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन में मारा था. नीलेश इनामी अपराधी थी और बिहार पुलिस उसकी खोज काफी समय से कर रही थी. बिहार के कई थानों में उसपर हत्या, रंगदारी और डकैती आदि के मामले दर्ज थे.

मधेपुरा में कुख्यात प्रमोद यादव का एनकाउंटर

इसी साल मई महीने में मधेपुरा में एक कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव का एनकाउंटर किया गया था. गैंगस्टर प्रमोद यादव का आतंक काफी बढ़ा हुआ था. उसपर बिहार के कई जिलों में केस दर्ज थे. पुलिस लंबे समय से उसे खोज रही थी. मधेपुरा के बिहारीगंज थाना क्षेत्र में एक गांव में उसके होने की सूचना जब पुलिस को मिली तो एसटीएफ वहां पहुंची. लेकिन एसटीएफ की भनक लगते ही प्रमोद यादव ने फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद एसटीएफ ने उसे जवाबी कार्रवाई में मौत के घाट उतार दिया था. वह 3 लाख का इनामी अपराधी था और पुलिस टीम पर भी वह कई बार हमला कर चुका था.

पूर्णिया में कुख्यात अपराधी बाबर का एनकाउंटर

मधेपुरा के बाद पूर्णिया में पुलिस ने एक एनकाउंटर किया था. इसी साल अक्टूबर महीने में पूर्णिया में एसटीएफ और पूर्णिया पुलिस ने मिलकर कुख्यात अपराधी बाबर को मौत के घाट उतारा था. जिले के अमौर थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में वह मारा गया था. बाबर डकैती समेत कई गंभीर मामले में आरोपी था. उसपर पुलिस मुख्यालय ने इनाम घोषित कर रखा था. पूर्णिया में जब नए एसपी के रूप में कार्तिकेय शर्मा ने कमान थामी उसके ठीक बाद यह एनकाउंटर हुआ था. पूर्णिया में करीब 18 साल के बाद किसी अपराधी का एनकाउंटर हुआ था. इससे पहले 2006 में कुख्यात रमेश यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था.

हरियाणा में बिहार का कुख्यात सरोज राय ढेर

वहीं हाल में ही पिछले महीने सीतामढ़ी के 2 लाख के इनामी अपराधी सरोज राय को एसटीएफ और हरियाणा पुलिस ने मिलकर मौत के घाट उतारा था. सरोज राय का हरियाणा के मानेसर में एनकाउंटर हुआ था. सुबह 4 बजे उसका पीछा जब पुलिस ने किया तो उसने बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग कर दी थी. जिसके बाद एसटीएफ ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया था. सरोज राय सीतामढ़ी के बतरौली गांव का रहने वाला था और इसी साल अक्टूबर में उसने रुन्नीसैदपुर के विधायक पंकज कुमार मिश्रा से रंगदारी की मांग कर दी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें