घर में पौधे लगाने प्रेरित कर रहा बिहार सरकार, ऑक्सीजन के लिए चला रहा Nature Cures You अभियान
कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में संक्रमित मरीजों को सांस लेने में काफी परेशानी देखी जा रही है. देशभर में ऑक्सीजन की डिमांड अचानक तेज हो गई.बिहार में कोरोना संक्रमण के पैर पसारने के बाद यहां भी ऑक्सीजन की किल्लत होनी शुरू हो गई. अब जाकार हालात पर बहुत हद तक काबू पाया गया है. वहीं बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने लोगों को संवेदनशील बनाने में मदद करने के लिए ‘नेचर क्योर्स यू’ (प्रकृति आपका इलाज करती है) अभियान शुरू किया है. जिसके जरिये लोगों को अपने घरों के अंदर पौघे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में संक्रमित मरीजों को सांस लेने में काफी परेशानी देखी जा रही है. देशभर में ऑक्सीजन की डिमांड अचानक तेज हो गई.बिहार में कोरोना संक्रमण के पैर पसारने के बाद यहां भी ऑक्सीजन की किल्लत होनी शुरू हो गई. अब जाकार हालात पर बहुत हद तक काबू पाया गया है. वहीं बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने लोगों को संवेदनशील बनाने में मदद करने के लिए ‘नेचर क्योर्स यू’ (प्रकृति आपका इलाज करती है) अभियान शुरू किया है. जिसके जरिये लोगों को अपने घरों के अंदर पौघे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
नेचर क्योर्स यू (NatureCuresYou) अभियान के तहत लोगों को अपने घरों के अंदर उन पौधों को लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जो ऑक्सीजन छोड़ते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विभाग ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ‘‘इस असाधारण समय में जब ऑक्सीजन की भारी कमी है, उस दौर में घर के भीतर लगाये जाने वाले ऑक्सीजन देने वाले पौधों और अन्य जड़ी-बूटियों के बारे में लोगों को मिलने वाली जानकारी काफी फायदेमंद साबित होगी. लोगों को इस अभियान के जरिये उन तरीकों के बारे में जागरुक करने का उद्देश्य है जिससे प्रकृति घातक संक्रमण को हराने में मदद कर सकती है.”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि इस अभियान के तहत विभाग का लक्ष्य लोगों को उन पौधों को लगाने के लिए जागरुक करना है, जो ऑक्सीजन देते हैं. साथ ही औषधिय महत्व वाले पौधों को भी घरों के अंदर लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जिससे बीमार पड़े लोगों को प्राथमिक तौर पर उन जड़ी-बूटियों और पौधों से भी इलाज के क्रम में मदद मिले.
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विभाग का मानना है कि पौधे और प्रकृति प्राचीन आयुर्वेदिक विज्ञान का आधार रहे हैं और सामान्य रोगों के घरेलू उपचार में उनका उपयोग आज भी किया जाता है. लोगों को इस तरफ जागरुक करने की जरुरत है. विभाग के अनुसार, गिलोय, कालीमिर्च और पीपली जैसे पौधे औषधीय महत्व रखते हैं और लोगों को इन पौधों को घर पर रखना चाहिए. ये प्रतिरक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं और कई सामान्य बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित हो सकते हैं.वहीं स्नेक प्लांट, रबर का पेड़, एरेका पाम वगैरह घर के भीतर रखे जाने वाले कुछ ऐसे पौधे हैं, जो ऑक्सीजन प्रदान करते हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan