Bihar Flood 2021: बिहार में नदियों के बढ़ते जलस्तर से गहराने लगा संकट, जानें कोसी, बागमती, गंडक नदी ने किस तरह बदला रुप
तूफान के कारण बिहार में बारिश ने जोरदार तरीके से दस्तक दी है. वहीं मानसून के आगमन से पहले ही सूबे की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी अब आम लोगों के लिए चिंता का कारण बन चुकी है. गंडक, कोसी, बागमती नदी के बढ़ते जलस्तर ने लोगों को संकट में डाल दिया है. कई अन्य नदियों के जलस्तर बढ़ने से भी परेशानी बढ़ी है. बिहार में दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधुबनी, सुपौल समेत कई जिलों के लोग नदियों के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हो चुके हैं.
तूफान के कारण बिहार में बारिश ने जोरदार तरीके से दस्तक दी है. वहीं मानसून के आगमन से पहले ही सूबे की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी अब आम लोगों के लिए चिंता का कारण बन चुकी है. गंडक, कोसी, बागमती नदी के बढ़ते जलस्तर ने लोगों को संकट में डाल दिया है. कई अन्य नदियों के जलस्तर बढ़ने से भी परेशानी बढ़ी है. बिहार में दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधुबनी, सुपौल समेत कई जिलों के लोग नदियों के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हो चुके हैं.
बागमती नदी के जलस्तर में बढोत्तरीलगातार बारिश के कारण बागमती नदी के जलस्तर में बढोत्तरी से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. लदौर चौर में चारों ओर बाढ़ के पानी का फैलाव होने लगा है. वहीं रजुआ का रास्ता बाढ़ के पानी में डूब जाने के कारण लदौर का आवागमन प्रभावित हो गया है. तेजी से जलस्तर में वृद्धि के कारण बलौर गांव में हलुआई टोला के नजदीक बागमती नदी द्वारा सुरक्षा बांध में तेजी से कटाव हो रहा है. तेजी से कटाव को देखते हुए बलौर गांव के वार्ड 8 के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
सीमावर्ती भीमनगर सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार के सुबह से 10 बजे तक मूसलाधार बारिश होती रही. जिससे आम जन जीवन अस्त व्यस्त रहा. हालांकि इससे पहले शनिवार की रात से ही बिजली की चमक, मेघ गर्जन और रुक रुक कर बारिश होती रही. रविवार को दोपहर के बाद आसमान बिल्कुल ही साफ रहा. मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार भी 27 से 30 मई तक ही चक्रवात का असर माना जा रहा है.
Also Read: राष्ट्रपति भवन व पीएम आवास नहीं भेजा जाएगा मुजफ्फरपुर की शाही लीची का उपहार, टूटेगी कई सालों की परंपरा, जानें वजह नेपाल के पहाड़ी भागो में बारिश से कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरीचक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से बिगड़ते मौसम से नेपाल के पहाड़ी भागो में शनिवार तक बारिश हुई. जिससे कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी भी देखी गयी. रविवार की शाम चार बजे कोसी नदी के कोसी बराज स्थित कंट्रोल रूम से मिली. जानकारी के अनुसार अप स्ट्रीम में नदी का जलस्तर 67, 855 क्यूसेक घटते क्रम में बताया गया.
गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि, सहमे लोगसरैया प्रखंड के रतनपुर डिहीं गांव में शनिवार को गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि से बांध में हो रहे कटाव होने से ग्रामीण भयभीत थे. कटाव की जानकारी पर रविवार को कटावस्थल का सीओ व बाढ़ नियंत्रण लालगंज डिवीजन के कार्यपालक अभियन्ता ने निरीक्षण किया. मौके पर कार्यपालक अभियंता माखन लाल गुप्ता ने बताया कि नदी के जलस्तर के बढ़ने से ऊपरी हिस्से में कटाव हुआ है. जिसे अविलम्ब बालू भड़ी बोरियों से रोकथाम की जा रही है. साथ हीं बताया कि नदी के जलस्तर के घटने के बाद निचले स्तर से बांध की मरम्मत की जाएगी.कतावस्थल से हीं संवेदक को अविलंब कार्य करने का निर्देश दिया.
धौंस नदी के जलस्तर में वृद्धियास तूफान के साथ हुई भारी बारिश के कारण मधेपुरा में मधवापुर प्रखंड क्षेत्र से होकर बेनीपट्टी के होते हुए दरभंगा तक बहनेवाली अधवारा समूह की सहायक नदी धौंस के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गयी है. चार दिन पहले तक नदी का जलस्तर महज दो से ढाई मीटर था. लेकिन रविवार को धौंस नदी पानी से भर गया. विदित हो कि बारिश की वजह से शुक्रवार की शाम से नदी के जलस्तर का बढ़ना शुरू हुआ. शनिवार की पूरी रात हुई बारिश से जल स्तर बढ़ता ही रहा. हालांकि रविवार की सुबह से बारिश बंद है.
दर्जनों गांवों के लोग सहमेवहीं नदी के बढ़ते जलस्तर और मूसलाधार बारिश से बेनीपट्टी अनुमंडल प्रक्षेत्र के लोगों में मानसून आगमन से पहले ही बाढ़ आने की आशंका बढ़ने लगी है. जिससे नदी किनारे के आसपास में बसे दर्जनों गांवों के लोग सहमे नजर आ रहे हैं. लोगों को अब यह चिंता सताने लगी है कि नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई भारी बारिश की वजह से धौंस नदी का जलस्तर में और इजाफा हो सकता है. ऐसे ही भारी बारिश होती रही तो बाढ़ आना तय है. बिहार में सभी नदियों के बढ़े जलस्तर तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan