Bihar Flood: बिहार के कई इलाकों में लगातार कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश (Rain In Bihar ) ने एकबार फिर मुसीबत खड़ी कर दी है. सूबे की कई नदियां लाल निशान के पार बह रही हैं. जिससे प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ के संकट गहरा गये हैं. गंगा नदी राजधानी पटना की चौखट तक पहुंच चुकी है. वहीं पुनपुन व गंगा समेत कई नदियों में ऊफान है.
राजधानी पटना में पुनपुन की बाढ़ से मसौढ़ी और धनरुआ प्रखंड के 27 गांवों पर खतरा मंडराने लगा है. पुनपुन नदी पुनपुन रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.फतुहा के कटैया घाट पर गंगा और मनेर के घाट पर सोन का पानी भी बढ़ रहा है. गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से दियारावासियों की चिंता बढ़ गयी है.
राज्य में अलग-अलग हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा, कोसी, पुनपुन, अधवारा, बागमती और गंडक नदियों का जल स्तर मंगलवार को भी लाल निशान के पार दर्ज किया गया. पिछले 24 घंटे में सूबे में औसत बारिश 10 एमएम दर्ज की गयी. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 102 सेंमी ऊपर बह रही थी. उसमें भी बढ़ोतरी का रुख है.
अधवारा नदी दरभंगा जिले के एकमी घाट पर खतरे के निशान से 32 सेंमी ऊपर बह रही थी. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में खतरे के निशान से 32 सेमी ऊपर और दरभंगा जिले के हायाघाट में दो सेमी ऊपर बह रही थी. दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में कोसी का जलस्तर घटा है. वहीं कमला बगान के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है.
भागलपुर के कहलगांव व आसपास के इलाके में गंगा के जलस्तर में फिर से बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. मंगलवार को कहलगांव में गंगा का जलस्तर 30.68 मीटर पहुंच गया. यहा खतरे के निशान से महज 41 सेमी नीचे है. यहां 31.09 मीटर पर गंगा खतरे के निशान को छूती है. वहीं भागलपुर, मुंगेर, पटना व बक्सर में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.
कैमूर के हालात बाढ़ के कारण बिगड़े हुए हैं. मंगलवार को कर्मनाशा नदी का जलस्तर घटने लगा है, वहीं दुर्गावती नदी ऊफान पर है. लगातार जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हुई है. बाढ़ ने दर्जनों गांव को अपनी चपेट में ले लिया है. मोहनिया शहर के हालात कुछ ऐसे हैं कि पावरग्रीड और पीएसएस में दुर्गावती नदी का पानी घुस गया. जिसके कारण शहर समेत 70 गांवों में पूरे 25 घंटे तक ब्लैक आउट रहा. बिजली के अभाव में लोग परेशान रहे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan