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एनएच-327 ई के बोरिया डायवर्सन पर चढ़ा पानी
अररिया जिले के जोकीहाट प्रखण्ड में लगातार दो दिनों की वर्षा से नदियों में उफान से दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. एनएच 327 ई पर बोरिया डायवर्सन पर दो फिट पानी का बहाव हो रहा है. जिससे बड़ी वाहनों का परिचालन ठप पड़ गया है.
अररिया में बाढ़ के पानी में ध्वस्त हुयी पीसीसी सड़क
अररिया प्रखंड क्षेत्र में बकरा नदी के उफनाने से बुधवार देर रात पीसीसी सड़क ध्वस्त हो गई. लगातार बारिश से कोशी बराज में पानी खतरे के निशान को पार कर गया है. बारिश से किशनगंज-ठाकुरगंज प्रखंड के गोगरिया में मस्जिद नदी में जमींदोज हो गया है.
गोपालगंज में गंडक की तबाही
नेपाल में भारी बारिश होने के कारण गंडक नदी उफान पर है. नदी तीन दिनों से विशंभरपुर में खतरे के निशान से 35 सेमी ऊपर बनी हुई है. नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. वाल्मीकिनगर बराज से 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज बुधवार को हुआ. निचले इलाके में पानी फैलने की आशंका बनी हुई है.
खगड़िया के हालात
खगड़िया के जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने गोगरी प्रखंड के बाढ़ प्रवण स्थल वीरबास एवं लौंगा का निरीक्षण किया. ये दोनों स्थल कोसी नदी के किनारे स्थित हैं. नेपाल के तराई इलाकों में भारी वर्षा होने के चलते कोसी नदी में जल स्तर के बढ़ने की संभावना के मद्देनजर जिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 के अंतर्गत आने वाले इन स्थलों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया.
बारिश के बाद गैंड़ा नदी उफनाई, किसानों के खेत में लगा दलहन की फसल चौपट
बलुआ बाज़ार. लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से आस-पास के नदियों में उफान आ गया है. नदी में उफान आने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नदी का जल आस पास के खेतों में लगे किसानों के कई एकड़ में मूंग की फसल को भी प्रभावित किया है.
भागलपुर में कोसी का कहर
बिहार में बाढ़ से तबाही शुरू हो गयी है. भागलपुर के बिहपुर अंतर्गत आने वाले कहारपुर में इस साल भी कोसी कहर बनकर टूटी है. कई घर कोसी की गोद में समा चुके हैं.
गोपालगंज में गंडक नदी में ऊफान
गोपालगंज में गंडक नदी व पूर्णिया में महानंदा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. पूर्णिया, अररिया व किशनगंज के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. वहीं कोसी बराज के 24 फाटक बुधवार को खोल दिये गये थे.
2017 के बाढ़ का भय
किशनगंज के कोचाधामन में कई गांव जलमग्न हो गये हैं. लोगों के घर आंगन में पानी प्रवेश कर चुका है.लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर जाने लगे हैं.लोग सहमे हुए हैं कि वर्ष 2017 के तरह प्रलयकारी बाढ़ का दंश ना झेलना पड़े.
भारी बारिश से कोसी के जलस्तर में हुई वृद्धि
सुपौल. दो दिनों से जिले के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. नदी का जलस्राव एक बार फिर डेढ़ लाख क्यूसेक के पार हो गया है.
किशनगंज के बहादुरगंज में भी जमकर तबाही
लगातार बारिश ने बहादुरगंज में भी जमकर तबाही मचाई है. कमोबेस हर छोटी- बड़ी नदियों का जलस्तर उफान पर होने से आम जनजीवन प्रभावित है. खासकर क्षेत्र के पश्चिमी भाग कौल - कंकई नदी से लगे पंचायत लौचा, महेशबथना, निसन्दरा व दुर्गापुर - बनगामा पंचायत के दर्जनों गांव में भयानक बाढ़ का नजारा बन गया है.
सुपौल के कई गांव बाढ़ से प्रभावित
कोसी बांध के भीतर मौजाहा, बेला, सुजानपुर, बुनियाढीह, पकड़िया, सिसवा, पंचगछिया, बुर्जा, सिमराहा, सनपताहा सहित कई गांव बाढ़ से प्रभावित है. दुबियाही पंचायत के वार्ड नंबर 06 से लेकर 13 तक के लोगों में तबाही मची हुई है.
सुपौल में कोसी की तबाही
सुपौल में कोसी के बढ़ते जलस्तर से लोग दहशत में हैं. मरौना के घोघररिया पंचायत के खुखनाहा वार्ड नंबर 12 एवं 14 में दर्जनों घर को अपने आगोश में ले लिया है. कटाव जोरों पर है. वहीं किशनपुर के दुबियाही विद्यालय सहित कोसी बांध के अंदर अधिकांश विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था बाधित हो गया है.
अररिया में कटाव का हाल
अररिया के पलासी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली डेहटी घाट पर बना कलवर्ट का आधा हिस्सा नदी में विलीन हो गया है. जोकीहाट के भी कुछ गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. कुर्साकांटा के पीरगंज घाट पर नदी का कटाव अब आरसीडी के सड़क की तरफ हो रहा है.
अररिया में बाढ़
अररिया में नेपाल व जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में बहने वाली सभी नदियां उफान पर हैं. सबसे बुरा हाल सिकटी के पूर्वी भाग का है. वहां नुना नदी में बढ़ रहे पानी के कारण लगातार बाढ़ आने का सिलसिला जारी है. नुना नदी के पानी ने तटबंधों पर भी असर किया है, जिसकी मरम्मती का कार्य जारी है. वहीं बकरा नदी के कारण पड़ररिया, कौआकोह आदि की स्थिति भी बुरी है. कई परिवारों के घर नदी में विलीन हो गया है
महानंदा एवं डोंक के जलस्तर में लगातार वृद्धि
भारी बारिश के कारण किशनगंज प्रखंड के बेलवा एवं हालामाला पंचायत होकर बहने वाली नदी महानंदा एवं डोंक के जलस्तर में लगातार हुए वृद्धि से कई जगहों पर तेजी से कटाव हो रहा है. जिससे ग्रामीणों में भय वयाप्त है.
किशनगंज के कोचाधामन में तबाही
कोचाधामन .लगातार 36 घंटे से हो रही वर्षा से क्षेत्र में बहने वाली महानन्दा सहित सभी नदियां उफान पर है. इतना ही नहीं सभी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिस कारण प्रखंड के डेरामारी, पाटकोई, बगलबाड़ी, मचकुड़ी, कैरीबीरपुर, बिशनपुर, हल्दिखोड़ा, सुन्दरबाड़ी, कोचाधामन पंचायत में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. लोगों के घर आंगन में पानी प्रवेश कर गये है.
किशनगंज के गांवों में घुसा पानी
बिहार के किशनगंज में कई सड़कें पानी में डूब गयी है. कई स्कूल में पानी घुस गया है. दर्जनों गावों में पानी घुस गया है. बाढ़ के कारण कई क्षेत्र का संपर्क कट गया है। बाढ प्रभावित गांव के लोग पालायन कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लिये हुए हैं.
किशनगंज में बाढ़
किशनगंज जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण प्राय: सभी नदियां उफान पर है. महानंदा, कनकई,रतुआ, मैची, डोक, बुढ़ी कनकई नदियों का जलस्तचर काफ बढ़ गया है. पानी के तेज बहाव के कारण ठाकुरगंज, कोचाधामन,दिघलबैंक, टेढ़ागाछ,बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्रों में कटाव शुरु हो गया है.
कोसी कटाव को लेकर तीन लोगों ने घर तोड़ा
भागलपुर के बिहपुर में बाढ़ से कटाव जारी है. हरिओ के कोसी पार गांव कहारपुर में कोसी धीरे-धीरे कटाव कर आगे बढ़ रही है. पंसस अंजू देवी व प्रतिनिधि शिवशंकर दास ने बताया कि कटाव के मुहाने पर आ चुके पप्पू रविदास ,कपिलदेव रविदास और अजीत रविदास ने अपना घर तोड़ कर हटा लिया.स्वास्थ्य उपकेंद्र के पास भी कटाव हुआ है. पीएचइडी विभाग के जेई ने जलमीनार का स्ट्रक्चर खोल कर हटा लिया है. दो दिनों से हो रही बारिश से बेघर हो चुके लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. बेघर हो चुके लोग दूसरे के घरों में रहने को विवश हैं.
अररिया, किशनगंज व सुपौल जिले के कई गांवों में बाढ़
नेपाल से निकलकर बहनेवाली नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. लगातार हो रही तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. अररिया, किशनगंज व सुपौल जिले के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सोमवार से सीमावर्ती इलाकों में शुरू हुई मूसलधार बारिश बुधवार को भी जारी रही
बिहार की नदियों में उफान
बिहार में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है. कोसी बराज के 24 फाटक खोल दिये गये हैं. नेपाल के तराई इलाकों और उत्तर बिहार की नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से राज्य की नदियों में उफान है.