Bihar Flood: पटना. पिछले दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण बिहार की तमाम नदियां उफान पर हैं. कोसी और गंडक के साथ-साथ बागमती भी बौराई हुई है. नेपाल में इन नदियों ने भारी तबाही की है. वहां 100 से अधिक लोगों के डूबकर मरने की सूचना है. नेपाल में बागमती का तटबंध टूटने के कारण भारत में पानी का दबाव कम रहा, लेकिन कोसी और गंडक बराज से रिकार्ड जल प्रभाहित किया गया है. आपदा विभाग के अनुसार गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से बिहार के 13 जिले बाढ़ग्रस्त हुए हैं. 20 प्रखंडों की 140 पंचायतों के गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. करीब 1.41 लाख आबादी बाढ़ग्रस्त हुई है.
सभी तटबंध सुरक्षित, तटबंध पर अधिकारी कर रहे कैंप
बिहार के सभी तटबंध सुरक्षित हैं. जलसंसाधन विभाग ने संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थलों के पर्यवेक्षण के लिए 45 कनीय अभियंता, 25 सहायक अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता व 3 अधीक्षण अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की है. गंडक-कोसी के बढ़ने से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की आशंका है. गंगा नदी पटना में दो दिन पहले ही खतरे के निशान से नीचे आई है, लेकिन भागलपुर से फरक्का तक नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है. फरक्का में भी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर है. गंडक के कारण पटना के निकट जबकि कोसी के कारण कटिहार के निकट गंगा का
जलस्तर बढ़ना तय है.
कई गांव में घुसा पानी, 29 तक स्कूल बंद, दहशत में लोग
पूर्वी चंपारण में 29 सितंबर तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. झंडुवा टोला एसएसबी कैंप व स्कूल में भी पानी घुस गया है. कैंप में आने-जाने के लिए एसएसबी नाव का इस्तेमाल कर रही है. कटिहार में महानंदा नदी का जलस्तर पिछले 18 घंटे में करीब 60 सेंटीमीटर से अधिक बढ़ा है. खगड़िया में कोसी नदी में जलस्तर में वृद्धि को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. पूर्णिया में लोग ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. लौरिया में अशोक स्तंभ परिसर में सिकरहना का पानी घुस गया है. यहां सिकरहना कटाव कर रही है. इससे अशोक स्तंभ पर खतरा मंडराने लगा है. गौनाहा के रुपौलिया, मंगुरा गुहा,आदि गांव में हड़बोड़ा नदी का पानी घुस गया है.
नेपाल में बागमती का बांध टूटा, बैरगनिया के रिंग बांध से रिसाव
बागमती नदी के जलस्तर मेंबढ़ोतरी से शनिवार देर शाम बैरगनिया के रिंग बांध से दो जगहों पर रिसाव शुरू हो गया है. वहीं, नेपाल के रौतहट जिले के करवाना व धर्मपुर में बागमती का बांध टूट गया. इससे वहां के दर्जनों गांवों में पानी फैलने के से कई मकान धराशायी हो गए हैं. नेपाल में बांध टूटने की सूचना से बैरगनिया में दहशत का माहौल है. दोनों जगहों पर बांध टूटने से पानी गौर की तरफ बढ़ रहा है. लोगों का कहना है कि अगर गौर में और पानी बढ़ा तो बैरगनिया के रिंग बांध पर दबाव बढ़ जाएगा. बांध टूटने की जगह व रिसाव स्थल की दूरी सिर्फ सात किमी है.
आपदा विभाग के राहत शिविर में पहुंच रहे लोग
आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्यशुरू कर दिया है. जिन क्षेत्रों में पानी फैल रहा है, वहां से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है. आपदा विभाग की ओर से अब तक तीन राहत शिविर और एक सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है. शिविर में 1200 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए हैं. बाढ़ ग्रस्त लोगों के बीच अब तक करीब 200 पॉलीथिन शीट्स और करीब 2200 ड्राई राशन पैकेट का वितरण किया गया है. 240 नावों का परिचालन किया जा रहा है.