Bihar Flood: पटना. बिहार में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद कई जिले इसकी चपेट में हैं. नालंदा के जिरायन का तटबंध टूटने से अस्थावां के अंदी गांव के खंधा जलमग्न हो गया. 500 बीघे में लगी खरीफ की फसलें जलजमाधि ले ली. बाढ़ की त्रासदी झेल रहे अंदी के गांव के लोगों का कहना है कि दो दिनों से तटबंध में पानी का रिसाव हो रहा था. सूचना के बाद जिला प्रशासन के प्रखंडस्तरीय और बाढ़ नियंत्रण के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. लेकिन, रिसाव को रोकने की कारगर पहल नहीं हुई. नतीजा, सुबह होते-होते तटबंध में 20 फीट से अधिक कटाव हो गया.
हरनौत के पोवारी के पास तटबंध में कटाव
पंचाने नदी के तेज बहाव के कारण हरनौत के पवारी के पास तटबंध में कटाव हो गया. हालांकि, सूचना के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा टूटे तटबंध की मरम्मत करायी गयी है. इससे खेतों में लगीं फसलें डूबने से बच गयी. किसानों का कहना है कि तटबंध की मरम्मत न होती तो बड़ा नुकसान उठाना पड़ता. वैसे जिराइन नदी के जलस्तर बढ़ोतरी और पानी के तेज बहाव की वजह से बिंद थाना क्षेत्र के जिराइन ढाई पीपल होते हुए उतरथु, बरहोग और जमसारी गांव जानेवाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी है.
मसौढ़ी में दरधा नदी का तटबंध से हो रहा रिसाव
मसौढ़ी में लगातार हो रही बारिश की वजह से दरधा नदी का जलस्तर रविवार की सुबह से अचानक बढ़ने लगा. शाम होते-होते नदी पूरी तरह भर चुकी थी. नदी के पानी का दबाव तटबंध के ऊपर पड़ रहा था. हालांकि धनरूआ प्रखंड के सभी तटबंध रविवार की शाम तक सुरक्षित थे, लेकिन प्रखंड के सेवदहा व बहोरीचक के बीच तटबंध से पानी का रिसाव शुरू हो गया था. पानी के तेज रिसाव को देख ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया और उन्हें डर सताने लगा है कि कहीं तटबंध न टूट जाये.
पिछले साल ही हुई थी मरम्मत
इस बीच शाम में प्रखंड के दौलता में भी नदी के पानी का रिसाव शुरू हो जाने की सूचना है. ग्रामीणों का आरोप था कि तटबंध की मरम्मत पिछले साल ही हुई थी. इस बार जल संसाधन विभाग न तो तटबंध का ढंग से निरीक्षण किया और न ही इसे गंभीरता से लिया. इधर सूचना मिलते जल संसाधन विभाग की टीम आनन-फानन में मौके पर पहुंच रिसाव वाली जगह को देखा और फिलहाल उसे ठीक करने में जुट गया था. इधर बीडीओ सीमा कुमारी भी इसकी जानकारी संसाधन विभाग को दी है. इसके अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी ने बाढ़ नियंत्रण के पदाधिकारी को अविलंब तटबंध में हो रहे रिसाव को बंद करने की सूचना दिया है.
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नवगछिया में सड़क बहने का सता रहा डर
भागलपुर में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. सबौर इलाके में पानी का दबाव इतना बढ़ा कि एक दिन पहले एनएच 80 का दुरुस्त कराया गया डाइवर्जन फिर बह गया. कहलगांव-पीरपैंती के तौफिल दियारा में पानी नए इलाकों में भर रहा है और लोगों की परेशान इस्माइलपुर-गोपालपुर इलाके में गंगा के पानी का दबाव इतना बढ़ रहा है कि अब 14 नंबर रोड कटने का खतरा हो गया है. प्रशासन की टीम बचाव के लिए भंवरा खोलना चाह रही है, लेकिन ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. रविवार को शाम 5 बजे भागलपुर में गंगा का जलस्तर 33.70 मीटर दर्ज किया गया, जबकि कहलगांव में 32.04 मीटर दर्ज हुआ. नवगछिया के इधर बांध का कटाव होने के कारण वहां पानी का दबाव ज्यादा हो गया है. अब 14 नंबर रोड पर भी खतरा बन गया है. कई प्रखंडों के लोगों का इस होकर आना-जाना है.