Bihar Flood: दक्षिण बिहार की धोवा, महामाइन व लोकाइन नदी उफनायी, दो जगहों पर टूटे बांध
Bihar Flood: फतुहा और दनियावां इलाके में फल्गु नदी की शाखा धोवा नदी, महात्माइन नदी, लोकाइन नदी जैसी कई छोटी नदियां उफान पर हैं. इससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है तो वहीं कई जगह बांध टूट जाने से किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी.
Bihar Flood: दनियावां /फतुहा. पटना जिले की कई छोटी नदियां उफान पर आ गयी हैं और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. फतुहा और दनियावां इलाके में फल्गु नदी की शाखा धोवा नदी, महात्माइन नदी, लोकाइन नदी जैसी कई छोटी नदियां उफान पर हैं. इससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है तो वहीं कई जगह बांध टूट जाने से किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी. दनियावां की बांकीपुर मछरियावा पंचायत के एक प्राथमिक विद्यालय मकसूदपुर भी जलमग्न हो गया जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गयी है. हालांकि अभी अन्य सालों की अपेक्षा नदी का जलस्तर पूरी तरह नहीं बढ़ा है.
बांध बांधने का काम शुरू
बांध टूटते ही जल संसाधन विभाग की ओर से युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया गया. विभाग के जेइ अशोक कुमार ने बताया कि सोमवार की अहले सुबह साढ़े तीन बजे धोबा नदी का नगीना और सिरपतपुर के पूर्वी तट बंध के दो जगह बांध टूटने की का सूचना मिली उसी वक्त जल संसाधन विभाग के एसी अजय कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता अभिनव अन्नाद, सहायक अभियंता हेमंत कुमार और जेइ अशोक कुमार पहुंचे और बांध बांधने का काम शुरू कर दिया गया. युद्ध स्तर पर काम कर दोनों जगह कटे नदी के तट बंध को लगातार बीस घंटे काम कर टूटे तट बंध को बांध दिया.
सोन नदी उफान पर, तिलौथू में घुसा बाढ़ का पानी
तिलौथू. रिहंद जलाशय से पानी छोड़े जाने के बाद सोन नदी के जलस्तर में तेजी से हुई वृद्धि के कारण तिलौथू व सरैया गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. इससे 100 से ज्यादा घर बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. तिलौथू के वार्ड नंबर पांच में कई घरों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है. सोन का जलस्तर रविवार की रात 11 बजे से बढ़ना शुरू हुआ था. बाढ़ पीड़ित उर्मिला देवी, मंजीत कुमार, संजय सिंह ने बताया कि तिलौथू गांव में पानी प्रवेश कर गया था. वार्ड पांच में डूबे हुए घरों के लोगों ने दूसरी जगह या फिर गांव में ही अपने संबंधियों के यहां जाकर शरण ली है. पानी अब भी लोगों के घरों में जमा है.
फसलें भी पूरी तरह डूबी
सोन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. तिलौथू के उत्तरपट्टी, जरहां, मीरासराय और इंद्रपुरी के सोन तटीय इलाकों में किसानों द्वारा लगायी गयी फसलें भी पूरी तरह डूब चुकी हैं. लोगों को बाढ़ की भयावहता का खतरा सता रहा है. कई जगहों पर ऐसी स्थिति बनी हुई है कि अगर थोड़ा सी और जलस्तर में वृद्धि होती है, तो तिलौथू गांव का अधिकांश हिस्सा डूब जायेगा. सरैया के भी सोन तटीय क्षेत्र में पूरा पानी भर जायेगा. तिलौथू के खंसारी, फारूखगंज इलाके भी पूरी तरह से जलमग्न हो गये हैं. इस संबंध में सीओ हर्ष हरि ने बताया कि अभी स्थिति सामान्य है. लोग भी सुरक्षित हैं. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा विशेष निगरानी रखी जा रही है. लोगों को अलर्ट किया गया है.
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मसौढ़ी में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर
मसौढ़ी. पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 98 सेंटी मीटर नीचे बह रहा है. हालांकि नदी का जलस्तर प्रति घंटे दो सेंटीमीटर बढ़ रहा था. इस बाबत पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि सोमवार कि शाम सात बजे पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान 50.60 सेंटीमीटर से 98 सेंटीमीटर नीचे यानि 49.62 सेंटीमीटर दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि नदी का जलस्तर प्रतिघंटे दो सेंटीमीटर बढ़ रहा है. हालांकि उन्होंने मंगलवार की सुबह तक नदी का जलस्तर स्थिर होने का अनुमान बताया है.