Bihar Flood: गंगा के उफान से पानी-पानी हुआ पटना, तस्वीरों में देखें बाढ़ के हालात
Bihar Flood: बिहार में गंगा नदी उफान पर है, जिसकी वजह से कई शहरों के तटीय इलाके जलमग्न हो गए हैं. हालात ऐसे हैं कि लोग पलायन करने की भी सोच रहे हैं. तस्वीरों में देखिए गंगा के बढ़े जलस्तर से पटना का हाल...
Bihar Flood: गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंगा किनारे अवस्थित सभी बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, समस्तीपुर पटना, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार के 61 प्रखंडों में 327 ग्राम पंचायतों के तहत 9.78 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुई है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा 125 सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन लगभग 103000 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. इसके अतिरिक्त आठ राहत शिविर का भी संचालन किया जा रहा है. जहां 4000 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए है.
गंगा के उफान से पटना में घाटों के आसपास रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है. लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में दिक्कत हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित जगह पर जाने का मन बना रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि कंगन घाट और किला घाट के बीच गंगा में चल रही नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. कुछ लोग उसी नाव से आवागमन कर रहे हैं.
पलायन की योजना बना रहे लोग
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण घाट के समीप निवास करने वालों की परेशानी बढ़ गयी है. लोग घरों में कैद हो गये हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में परेशानी हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित स्थान पर पलायन करने की योजना बना रहे हैं. स्थिति यह है कि कंगन घाट से किला घाट के बीच गंगा में चलने वाले नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. उसी नाव से कुछ लोग आवाजाही कर रहे हैं.
इन इलाकों के लोग चारों ओर पानी से घिरे
कंगन घाट, हीरानंद घाट, किला रोड घाट, दमराही घाट, पत्थर घाट, नूरुद्दीनगंज घाट, रिकाबगंज घाट और पीरदमरिया घाट के आसपास रहने वाले लोगों की स्थिति ऐसी है कि उनकी जिंदगी चारों तरफ से पानी से घिरे घरों में फंसी हुई है.
राशन-पानी के लिए लोग परेशान
परेशानी का आलम यह है कि गंगा घाट पर रहने वाले लोग कह रहे हैं कि मवेशी के लिए चारे का इंतजाम करे या फिर परिजनों के लिए राशन. कुछ समझ में नहीं आ रहा. दुकानदारों का कहना है कि वो पानी में खड़े होकर दुकानदारी करते हैं.
2016 में भी बनी थी ऐसी स्थिति
एसडीओ सत्यम सहाय ने बताया कि गंगा के जलस्तर की निगरानी करायी जा रही है. वो भी गंगा घाटों का निरीक्षण कर निगरानी रख रहे है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को भी निगरानी के लिए कहा गया है. गायघाट स्थित जेटी भी पानी में डूब गया है. गंगा में उफान की यह स्थिति बीते वर्ष 2016 में भी बनी थी.
मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, गांधी घाट और कृष्णा घाट पर रुककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा. साथ ही अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने हाजीपुर जाकर बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया.
बाढ़ से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
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