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बाढ़ से 251 प्रखंडों में खरीफ की 8.48 लाख हेक्टेयर फसल को भारी नुकसान
बिहार के 19 जिलों में बाढ़ से खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से 251 प्रखंड में आठ लाख 48 हजार 122.61 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है. कृषि विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार बाढ़ और अतिवृष्टि से सबसे अधिक नुकसान मुजफ्फरपुर में हुआ है. इस जिले के 16 प्रखंड में एक लाख आठ हजार 532 हेक्टेयर रकबा में खड़ी फसल को क्षति पहुंची है. विभाग प्रभावित किसानों को मदद मुहैया कराने के लिये प्रयास कर रहा है. कृषि विभाग ने सभी जिलों में बाढ़ और अतिवृष्टि से खरीफ की फसल को होने वाले नुकसान का आंकलन कराया था. सभी जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग ने 10 अगस्त 20 को खरीफ 2020 में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित प्रखंड का प्रतिवेदन तैयार किया है. इस रिपोर्ट के अनुसार सारण के 20 प्रखंड में 50407 हेक्टेयर, सिवान में 51662.4, गोपालगंज 45273, मुजफ्फरपुर में 108532 पूर्वी चंपारण 80966, पश्चिमी चंपारण 49721.8, सीतामढ़ी 85296,वैशाली में 1045423, दरभंगा में 8356424 मधुबनी में 65000 सहरसा में 47500, सुपौल 10755, अररिया में 3194, कटिहार में 27934.84, मधेपुरा 19455, तथा समस्तीपुर में खरीफ का 32446.1 हेक्टेयर रकबा में फसल प्रभावित है. वहीं पूर्णिया के छह ब्लाक में 33000 हेक्टेयर, शिवहर के पांच ब्लाक में 19355, में खगड़िया में सात प्रखंड में 23606 हेक्टेयर रकबा प्रभावित है.
दो से तीन घंटे में पूर्वी चंपारण और लखीसराय में होगी बारिश, वज्रपात की चेतावनी
मौसम विभाग ने तत्कालिक चेतावनी जारी है कि अगले दो से तीन घंटे के अंदर पूर्वी चंपारण और लखीसराय में बारिश होने की संभावना है. साथ ही मेघ-गर्जन, वज्रपात और बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.
फल्गु नदी में बना डायवर्सन टूटने से आवागमन ठप
गया की फल्गु नदी में शुक्रवार को अचानक बाढ़ आने से घोसी स्थित सरमा गांव के समीप फल्गु नदी में बने डायवर्सन टूट जाने से घोसी-ईसलामपुर के बीच आवागमन ठप हो गया है. मालूम हो कि सरमा गांव स्थित फल्गु नदी पर नये पुल निर्माण के लिए पूर्व से बने पुल को तोड़ कर घोसी से ईसलामपुर वाहनों से आने-जाने के लिए डायवर्सन बनाया गया था. डायवर्सन बने रहने से घोसी से ईसलामपुर आने-जानेवाले लोगो को काफी सुविधा होती थी. करीब एक माह पूर्व फल्गु नदी में अचानक पानी आने से सरमा गांव के समीप फल्गु नदी में बना डायवर्सन टूट गया था. लेकिन, उस डायवर्सन की मरम्मत कर आवागमन चालू कराया गया था. शुक्रवार को फल्गु नदी में अचानक बाढ़ आने से घोसी स्थित सरमा गांव के समीप फल्गु नदी मे मरम्मत किया गया डायवर्सन टूट जाने से घोसी से ईसलामपुर आने-जानेवाले वाहनों का आवागमन ठप हो गया है.
बाढ़ के कारण विभिन्न ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन
दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर थलवारा और हायाघाट के बीच रेलपुर पर पानी का दबाव को देखते हुए आज भी इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद रहा. समस्तीपुर मंडल में बाढ़ के कारण विभिन्न ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया है
चार जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने तीन जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें सारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और वौशाली शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर
पटना : मौसम विभाग ने नदियों के जलस्तर संबंधी ताजा आंकड़ा जारी कर दिया है. ताजा आंकड़ों के अनुसार गंगा बिहार के किसी स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है, लेकिन भागलपुर और कहलगांव को छोड़ कर बाकी जगहों पर गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.
बरौली-सीवान पथ हो सकता है बंद, डेढ़ फुट बहने लगा पानी
बरौली. बाढ़ का पानी कई गांवों में एक बार फिर बढ़ने लगा है. इसके साथ ही बाढ़पीड़ितों की धड़कनें भी बढ़ने लगी हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को वाल्मीकिनगर बेराज से रुक-रुक कर करीब 10 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ था जिससे गंडक के पानी में बढ़ोतरी हुई है और यही पानी एक बार फिर बाढ़पीड़ितों के काल के रूप में गांवों में फैलने लगा है. बरौली-सीवान पथ पर कहला सारण नहर के पास सड़क पर बहता पानी खत्म होने के साथ आवागमन शुरू हो गया था. लेकिन, एक बार फिर इस पथ पर करीब डेढ़ फुट तक पानी गुजरने लगा है. दूसरी ओर घर से पानी निकलने के बाद जो बाढ़पीड़ित घरों को लौटे थे वे एक बार फिर सड़क और अन्य ऊंची जगहों पर तंबू गाड़कर आशियाना बनाने को विवश हो गये हैं. पानी हटने के साथ बाढ़पीड़ितों में अपने आशियाने को संवारने की उम्मीद जगी थी, लेकिन उनकी उम्मीदों पर तुषारापात सा हो गया है. सबसे बुरी दशा कहला, सुरवल, नवादा, बभनौली, कमालपुर, सरेया नरेंद्र, नेउरी, जाफरटोला, पचरूखिया, बलहां, पिपरा, रामपुर, खरबनवां, महम्मदपुर पंचायत, पंडितपुर, कुतुलुपुर आदि गांवों की है, जहां से पानी अभी खत्म नहीं हुआ था .
बाढ़ के पानी में डूबा गंगवा पुल, आवागमन बाधित
सिधवलिया. दो प्रखंड सिधवलिया और बरौली को जोड़ने वाला गंगवा पुल बाढ़ की वजह से नदी के गर्भ में पूरी तरह समा चुका है. दोनों प्रखंडों के आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों के आवागमन की समस्या गंभीर हो गयी है. वहीं, बरौली और सिधवलिया प्रखंड को जोड़ने वाली विशुनपुरा-गंगवा सड़क पर दो से तीन फुट पानी बह रहा है. इससे सिधवलिया, सकला, बुधसी, गंगवा, बखरौर, विशुनपुरा गांवों के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है.
हाइवे पर चढ़ा पानी, सीवान-छपरा जाना मुश्किल
महम्मदपुर. सिधवलिया प्रखंड के महम्मदपुर चौक पर गंडक नदी की बाढ़ का पानी फैल गया. इसके कारण छपरा- सीवान जाने वाली सड़कें भी जलमग्न हो गयीं. उधर, महम्मदपुर चौक स्थित अतिरिक्त प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र के मार्ग पर पानी बह रहा है. कुशहर हाइवे पर स्थित लाइन होटल में पानी घुस गया है. गोपालपुर गांव के कुछ हिस्सों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है
यहां तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी
गोपालगंज : गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर से तेजी से सदर प्रखंड के धर्मपुर, टेगराही, निरंजना, कठघरवां, मेहंदिया, जगीरीटोला, रामनगर मांझा के माघी, मुंगरहा, पुरैना समेत 16 गांव, कुचायकोट के भसही, सिपाया वार्ड नं तीन, कालामटिहनियां के वार्ड नं तीन, सिपाया खास के वार्ड नं सात, फुलवरिया, धूप सागर, बरौली प्रखंड के प्रखंड के कहला पंचायत में कहला गांव का अधिकतर क्षेत्र, नगर पंचायत का सुरवल, जाफर टोला, सरेया नरेन्द्र पंचायत का नेउरी, परसा, महम्मदपुर निलामी पंचायत के निलामी, जद्दी, टूरी, मरवट, मटियारी, विशुनपुरा पंचायत का कुतुलपुर, पंडितपुर, बघेजी पंचायत का रामपुर, बलहां, खजुरिया पंचायत का खजुरिया बैकुंठपुर प्रखंड के बंगरा, बखरी, फैजुल्लाहपुर, गम्हारी, हमीदपुर, कतालपुर व प्यारेपुर पंचायत सिधविलया प्रखंड के सलेमपुर, सलेहपुर समेत कई गांवों में फैल रहा है.
160 गांवों में तेजी से बढ़ रहा पानी
गोपालगंज : जिले के बाढ़ग्रस्त 160 गांवों में तेजी से पानी बढ़ने के कारण लोग गांव-घर छोड़ने लगे हैं. लोग फिर सड़क पर शरण ले रहे हैं. घरों में बाढ़ का पानी डेढ़ से दो फुट बढ़ने लगा है. कुचायकोट, सदर, मांझा, बरौली, सिधवलियां, बैकुंठपुर प्रखंडों के प्रभावित गांवों के पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. घरों में पानी की धार बहने के साथ ही इलाके की प्रमुख सड़कों पर पानी की धार बहने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. बाढ़ से 3.82 लाख की आबादी में त्राहि-त्राहि मची है.
प्रोटेक्शन वर्क भी पानी के बढ़ने के कारण प्रभावित
गोपालगंज : पानी के तेजी से बढ़ने के कारण भैसहीं, पुरैना बांध, देवापुर, बैकुंठपुर के पकहां में जल संसाधन विभाग की ओर से कराया जा रहा प्रोटेक्शन वर्क भी पानी के बढ़ने के कारण प्रभावित हो गया है. नदी की तेज धार के कारण नाव ठहर नहीं पा रही कि बंबू पाइलिंग का काम हो सके. जल संसाधन विभाग जल स्तर के कम होने का इंतजार रहा है. कालामटिहनियां के पास नदी के सीधा बांध से टकराने के कारण यहां संवेदनशील प्वाइंट बन गया है. कार्यपालक अभियंता महेश्वर शर्मा व पतहरा कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह कैंप कर रहे हैं.