पटना : नेपाल में भारी बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज किये गये पानी के कारण गंडक अपने पूरे उफान पर है. कुचायकोट के कालामटिहनिया और सदर प्रखंड के पतहरा में नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है. रविवार को छह प्रखंडों के 39 पंचायतों के करीब 178 गांव में बाढ़ का पानी फैल गया. बाढ़ के पानी से घिरे गांव का सड़क संपर्क भी टूट चुका है. सारण तटबंध समेत कई छरकियों पर रेनकट व रिसाव होने से हड़कंप मच गया. वहीं, सुबह में बरौली के सलेमपुर में छरकी के पानी का रिसाव होने की सूचना मिली. इसके बाद डीएम सलेमपुर के लिए रवाना हो गये. रात तक पानी का लेवल बढ़ने की आशंका जतायी गयी है.
2.15 लाख से कम नहीं होगा डिस्चार्ज लेवल : गंडक नदी में अगले एक माह तक पानी का डिस्चार्ज लेवल 2.15 लाख से कम नहीं रहेगा. लगातार हो रही बारिश से जल संसाधन विभाग की टीम ने यह आशंका जतायी है.
कालामटिनिया में घरों में घुसा बाढ़ का पानी : कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया के तीन वार्डों में बाढ़ का पानी फैल चुका है. यहां रहनेवाले लोगों के घरों में पानी घुसने से परेशानी बढ़ गयी है. कोई चौकी पर राहत गुजार रहा है तो, कोई ऊंचे मचान पर रहने को विवश है. बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन से राहत सामग्री वितरण करने की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ कालामटिहनिया, सिपाया में तटबंधों की निगरानी के लिए जल संसाधन विभाग की टीम कैंप कर रही है.
मेहंदिया में ढाई सौ परिवार पानी से घिरा : सदर प्रखंड के मेहंदिया गांव में सारण तटबंध के अंदर बसे करीब ढ़ाई सौ परिवार बाढ़ के पानी से घिर गया है. चारों तरफ पानी से घर घिरा हुआ है. गांव से जादोपुर के जगीरी टोला तक जाने के लिए सड़क संपर्क टूट चुका है. नाव के जरिये ही लोग आते-जाते हैं.