पटना : नेपाल व उत्तर बिहार में बारिश होने से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कई जगह बांध व तटबंध टूटने से आयी बाढ़ ने तबाही मचा दी है़ निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर रहा है. कई दर्जन गांव पानी से घिर गये हैं. बगहा में लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के झंडू टोला स्थित एसएसबी कैंप में चार फुट पानी भर गया है. इसके अलावा चार गांव भी जलमग्न हो गये हैं. रामनगर प्रखंड के गुदगुदी पंचायत में कटाव जारी है.
सीतामढ़ी में सोमवार को चोरौत, पुपरी, सुरसंड, सोनबरसा, परिहार, मेजरगंज, सुप्पी, बैरगनिया, बेलसंड व रून्नीसैदपुर प्रखंड के निचले इलाकों के तीन दर्जन गांवों में पानी फैल गया. रातो नदी का पानी सुरसंड प्रखंड के कड़रवाना कोरियाही व कड़रवाना गोट में प्रवेश कर गया है. दोनों गांवों से बथनाहा चौक जानेवाली एकमात्र सड़क पर बना डायसर्वन ध्वस्त हो गया है. चोरौत प्रखंड में डुमरबाना-परिगामा पथ पर कई जगहों के साथ चोरौत-भिट्टामोड़ एनएच-104 पर डुमरबाना डायवर्सन पर दो से तीन फुट पानी बह रहा है. वहीं, झंझारपुर में कमला रेल सह सड़क पुल को छू रही है. फुलपरास में बिहुल नदी के पूर्वी तटबंध के टूट जाने बाद अंधरामठ जाने वाली सड़क पर पानी चढ़ गया है.
प्रखंड की हरियो पंचायत के गोविंदपुर में कोसी का कटाव का जारी है. उधर, सोमवार को गांव स्थित मवि का भवन समेत सात खाली घर भी कोसी की तेज धारा में समा गये. यहां कटाव की जद में आकर पूरा गांव ही विस्थापित हो चुका है. पीड़ित कोसी बांध पर शरण लिए हुए हैं. वहीं, लोग मकानों को तोड़कर व सामान को पहले ही निकाल चुके हैं.
सुगौली में तिलावे नदी का तटबंध टूट गया है. इससे निचले इलाकों में पानी फैल रहा है. जान नदी का पानी रक्सौल-सीतामढ़ी रेलखंड के गुरहेनवा स्टेशन से पूरब 139/1 किमी पर दबाव बनाये हुए है. माल ट्रेन का परिचालन कॉसन पर किया जा रहा है. इधर, बूढ़ी गंडक, तिलावे, पसाह, बंगरी व दुधौरा नदियों का पानी बंजरिया प्रखंड की एक दर्जन पंचायतों में फैल गया है. इधर, दरभंगा में बाढ़ की स्थिति विकराल होती जा रही है. कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में कमला बलान में पानी बढ़ रहा है.