Bihar Flood Updates: बगहा के रिहाइशी क्षेत्र में पहुंचा गंडक से आया मगरमच्छ, हड़कंप
Bihar Flood Live Updates: पटना : समस्तीपुर के दलसिंहसराय और आसपास के क्षेत्रों में बारिश व बाढ़ की वजह से बलान नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. इससे नदी किनारे के दर्जनों गांवों में नदी का पानी घुसने लगा है. पगड़ा, केवटा, नवादा पंचायत व शहरी क्षेत्र में नदी किनारे बसे सैकड़ों लोगों के घरों में नदी का पानी घुस गया है. इधर, वाल्मीकिनगर के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के झंडू टोला एसएसबी कैंप में बाढ़ का पानी पुनः प्रवेश करने लगा है. बाढ़ से संबंधित तमाम अपडेट के लिए बने रहे हमारे साथ..
मुख्य बातें
Bihar Flood Live Updates: पटना : समस्तीपुर के दलसिंहसराय और आसपास के क्षेत्रों में बारिश व बाढ़ की वजह से बलान नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. इससे नदी किनारे के दर्जनों गांवों में नदी का पानी घुसने लगा है. पगड़ा, केवटा, नवादा पंचायत व शहरी क्षेत्र में नदी किनारे बसे सैकड़ों लोगों के घरों में नदी का पानी घुस गया है. इधर, वाल्मीकिनगर के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के झंडू टोला एसएसबी कैंप में बाढ़ का पानी पुनः प्रवेश करने लगा है. बाढ़ से संबंधित तमाम अपडेट के लिए बने रहे हमारे साथ..
लाइव अपडेट
बगहा के रिहाइशी क्षेत्र में पहुंचा गंडक से आया मगरमच्छ, हड़कंप
बगहा/हरनाटांड़ : रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद भीषण गर्मी से वन्य जीव व्याकुल होकर रिहाइशी क्षेत्रों की तरफ रुख कर ले रहे हैं. बुधवार को गंडक नदी से भटक कर एक मगरमच्छ दीनदयाल नगर मोहल्ला में प्रवेश कर गया. उसे देखते ही मोहल्लेवासियों में हड़कंप मच गया. उसे देखने के लिए कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग पहुंच गये. मोहल्लेवासियों ने इसकी सूचना बगहा वन क्षेत्र कार्यालय को दी. सूचना के बाद पहुंचे वनकर्मियों ने स्थानीय राहुल कुमार, जयलाल निषाद, रोहित बैठा, पारस बीन आदि युवकों के सहयोग से घंटों की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ लिया. बगहा रेंजर मनोज कुमार ने बताया कि मगरमच्छ को जांच पड़ताल के बाद गंडक नदी में सुरक्षित छोड़ दिया गया. उन्होंने बताया कि वन्यजीव कभी कभार रास्ता भटक कर रिहाइशी क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं. ग्रामीण सतर्क व सजग रहे.
प्रतिघंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
बक्सर जिले में गंगा चेतावनी बिंदु से नीचे बह रही है. जबकि, गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा के जलस्तर में जारी वृद्धि को लेकर दियारा इलाके के लोगों की बेचैनी बढ़ गयी है. फिलहाल बुधवार को गंगा का जलस्तर 54.25 मीटर दर्ज किया गया था. मंगलवार को गंगा का जलस्तर 54.04 मीटर दर्ज किया गया था. पिछले चौबीस घंटे में गंगा का जलस्तर 21 सेंटीमीटर बढ़ा है. यानी, गंगा प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है. बाढ़ नियंत्रण अंचल बक्सर के अधीक्षण अभियंता संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बक्सर में गंगा का जलस्तर का चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर है. जबकि, डेंजर लेवल 60.32 मीटर है. पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा उफान पर है. इस कारण दियरावासी बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं.
बूढ़ी गंडक और कमला बलान के जलस्तर में कमी
पटना : बिहार सरकार के जलसंसाधन विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य में बूढ़ी गंडक का जलस्तर कम हो रहा है. वैसे समस्तीपुर और खगड़िया में अभी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं कमला बलान का जलस्तर झंझारपुर में घटकर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. राहत की बात ये है कि यहां नदी का जलस्तर कम हो रहा है. घाघरा का जलस्तर भी स्थिर है और नदी खतरे के निशान से नीचे हैं.
कई नदियों में बढ़ने लगा जलस्तर
पटना : बिहार सरकार के जलसंसाधन विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य की कई नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. अवधारा समूह की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. महानंदा, पुनपुन और भुतही बलान जैसी नदियों का भी जलस्तर बढ़ने लगा है, हालांकि अभी ये नदियों खतरे के निशान से नीचे ही बह रही हैं.
चार जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने चार जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें सारण, सिवान, गया और नवादा शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन चारों जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
बागमती में लौटा उफान, चार जगहों पर फिर लाल निशान के ऊपर
पटना : उत्तर बिहार में जारी बारिश का असर नदियों के जल स्तर पर दिखने लगा है. बागमती का जलस्तर जो कम हो रहा है उसमें एक बार फिर उफान देखने को मिल रहा है. बागमती सीतामढी और मुजफ्फरपुर जिले में एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गयी है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
कमला व जीवछ नदी के उफान से बढ़ी परेशानी
बहेड़ी. प्रखंड क्षेत्र में कमला व जीवछ नदी के उफान से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. तत्कालीन सीओ के सर्वे पर लोग सवाल उठा रहे हैं. अंचल प्रशासन के द्वारा तीन पंचायत अटहर उत्तरी, दक्षिणी व हावीडीह उत्तरी को पूर्णतः बाढ़ग्रस्त घोषित किया गया है. वहीं सुसारी तुर्की, हथौड़ी उत्तरी, बलिगांव, हथौड़ी दक्षिणी को आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है. प्रशासन की इस घोषणा से लोग क्षुब्ध हैं. सुसारी तुर्की की मुखिया राज कुमारी देवी ने कमला नदी के तटबंध पर अवस्थित इस पंचायत में चार जगहों पर बांध टूटने से बाढ़ से भीषण क्षति की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए सीओ अवधेश प्रसाद से पंचायत को बाढ़ प्रभावित घोषित करने की मांग की.
भुतही बलान नदी के तटबंध का होगा विस्तार
भुतही बलान नदी के बाएं तटबंध का रामनगर के पास से घोघरडीहा लिंक रोड तक 6.61 किमी लंबाई में विस्तार किया जायेगा. इसके निर्माण एजेंसी की भी चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है. करीब 27 करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से इसका निर्माण 15 जून, 2022 तक पूरा होने की संभावना है.
कमला बलान के तटबंध की बढ़ेगी ऊंचाई, 80 किमी लंबी बनेगी सड़क
पटना. कमला बलान नदी के तटबंध की ऊंचाई बढ़ायी जायेगी. साथ ही कमला बलान नदी के तटबंध पर करीब 80 किमी लंबी सड़क बनायी जायेगी. इसके निर्माण एजेंसी की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है व अगले महीने से निर्माण शुरू होने की संभावना है. पहले चरण में पिपराघाट पुल से ठेंगहा पुल तक दोनों ओर कुल करीब 80 किमी लंबाई में ऊंचाई बढ़ाने सहित सड़क निर्माण होगा. करीब 285 करोड़ रुपये की लागत से यह काम 15 मई 2022 तक पूरा होने की संभावना है.
52 गांवों को छोड़कर बाकी गांवों में बिजली की आपूर्ति बहाल
गोपालगंज : गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही. पानी के बढ़ने के कारण गंडक नदी के तटवर्ती गांवों में तेजी से पानी बढ़ने लगा है. गांवों में चारों तरफ तबाही का मंजर है. राहत इस बात की है कि 52 गांवों को छोड़कर बाकी गांवों में बिजली की आपूर्ति बहाल हो गयी है. जिससे थोड़ी सी राहत जरूर मिली है. गांवों में लौट रहे उनके सामने भी तबाही का मंजर है. गांवों में लौटने वाले परिवारों के सामने सामने जीने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा. प्रशासन की ओर से एक अदद पॉलीथिन तक राहत के नाम नहीं मिला है. प्रशासन के सहयोग नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश काफी है. गांवों में स्थिति है कि जो जा रहा उसे आक्रोश का सामना करना पड़ रहा. सर्वाधिक तबाही तो मांझा, बरौली, सिधवलिया तथा बैकुंठपुर पंचायत में है. यहां की स्थिति भयावह है.
बाढ़ प्रभावित 3.44 लाख परिवारों को मिले छह-छह हजार रुपये
दरभंगा. जिले में बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में तेजी से जीआर की राशि भेजी जा रही है. 11 अगस्त तक तकरीबन तीन लाख 44 हजार 339 परिवारों के खाते में जीआरपी राशि भेजी गयी है. बहादुरपुर के 16486, सदर के 40744, हनुमाननगर के 38309, हायाघाट के 1984, जाले के 5667, केवटी के 62397, सिंहवाड़ा के 56748, घनश्यामपुर के 1515, गौड़ाबौराम के 27685, किरतपुर के 22263, कुशेश्वरस्थान के 41116, कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 28986 एवं बेनीपुर अंचल के 439 बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में राशि भेजी जा चुकी है. गौरतलब है कि पीएफएमएससे जीआर की राशि 6000 रुपये सीधे लाभार्थी के खाते में चली जाती है.
दो दिनों तक मध्यम बारिश की संभावना
दरभंगा. ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, कृषि मौसम विभाग डॉ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, समस्तीपुर की ओर से 16 अगस्त तक के लिए जारी मध्यावधि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार इस अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में मध्यम बादल छाये रह सकते हैं. अगले एक-दो दिनों तक मध्यम बारिश की सम्भावना है. इसके बाद शेष पूर्वानुमानित अवधि में बारिश की सम्भावना में कमी आने के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 10-12 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है.
देवापुर में तेज हुआ प्रोटेक्शन वर्क
बरौली. प्रखंड के देवापुर में टूटे हुए तटबंध और रिंग बांध पर बहाव को प्रोटेक्ट करने का काम तेज हो गया है. इसके लिये रिंग बांध पर डी आकृति तैयार की जा रही है, वही मेन तटबंध को सी के आकार में घेरा जा रहा है. दोनों ही आकृति को बंबू पाइलिंग कर सैंड बैग से अस्थायी तटबंध का रूप दिया जाना है. बांस से नदी की पानी में पायलिंग कर वर्क किया जा रहा. इधर पानी का बहाव भी कम हो गया है जिससे काम में तेजी आयी है. इससे पूर्व टूटे रिंग बांध के दोनों मुहानों पर नोज का निर्माण कर लिया गया है. कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह और अधीक्षण अभियंता विनय कुमार सिंह मौके पर कैंप कर प्रोटेक्शन कार्य कराने में जुटे रहे.
डूबने से 15 लोगों की गयी जान
पटना/मुजफ्फरपुर. मंगलवार को प्रदेश में पानी में डूबने से 15 लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाने की किसुनपुर मधुवन पंचायत में बाढ़ के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. वहीं, पश्चिम चंपारण के मझौलिया में सिकरहना नदी में डूबने से दो बच्चों, जबकि दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा में बाढ़ के पानी में डूबने से दो अधेड़ की मौत हो गयी. इधर, सीवान के दरौंदा में तीन बच्चियां डूब गयीं, जिनमें एक का शव बरामद हो चुका है. वहीं, लकड़ीनवीगंज में एक बच्ची व सिसवन में एक किशोर की डूबने से मौत हो गयी. जबकि कटिहार के बलरामपुर में सेल्फी लेने के दौरान पुल से नदी में गिरने से युवक की डूबने से मौत हो गयी. सारण जिले के तरैया में एक महिला, गोपालगंज के बैकुंठपुर में एक युवक व जहानाबाद के काको में एक व्यक्ति, जबकि औरंगाबाद के देव में मामा-भांजे की डूबने से मौत हो गयी.
एसएसबी कैंप में बह रहा है गंडक का डेढ़ फुट पानी
बाल्मिकीनगर : गंडक बराज से सोमवार को लगभग दो लाख 10 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में डिस्चार्ज किया गया था. इससे समीपवर्ती टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र सहित झंडू टोला एसएसबी कैंप व झंडू टोला के साथ बीन टोली में गंडक का डेढ़ फुट पानी बहना शुरू हो गया है. इन इलाकों के लोगों को बार बार बाढ़ का कहर झेलना पड़ रहा है.
एनएच 28 पर रहने को मजबूर है पगरा पंचायत के लोग
पगरा पंचायत के वार्ड 10 के लगभग 50 घरों में नदी का पानी चले जाने से लोग एनएच 28 पर रह रहे हैं. वहीं कई लोगों के घर पानी लगने से गिर रहे हैं. वहीं, पगरा पंचायत के उच्च विद्यालय परिसर में भी नदी का काफी पानी चला गया है. स्कूल के बगल से पछियारी टोल पगड़ा जाने वाली सड़क व खेतों में भी पानी लग गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सूत्रों के अनुसार थलवारा-हायाघाट के बीच मुंडा पुल संख्या 16 के गाटर का बॉटम 47.6 मीटर पर है. अब भी पानी गाटर से करीब एक मीटर ऊपर है. वहीं, प्रखंड की नवादा पंचायत के वार्ड चार के कई घरों में भी बलान नदी का पानी चला गया है. वार्डवासी पानी से गुजर कर या चचरी पुल के सहारे आ-जा रहे हैं.